रक्षा अधिग्रहण परिषद (Defence Acquisition Council) की आज बैठक होने वाली है। इसमें 5 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली AK-203 राइफल डील को अंतिम स्वीकृति दी जाएगी।
नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) की भारत यात्रा 5 दिसंबर से शुरू होने वाली है। पुतिन के आने से पहले भारत सरकार दोनों देशों के बीच होने वाले डील को अंतिम रूप देने की तैयारी में है। इसी क्रम में मंगलवार को रक्षा मंत्रालय में एक हाई लेवल मीटिंग होने वाली है। इसमें रूस की मदद से 7.5 लाख AK-203 राइफल भारत में बनाने के संबंध में फैसला होगा।
रक्षा अधिग्रहण परिषद (Defence Acquisition Council) की आज बैठक होने वाली है। इसमें 5 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली AK-203 राइफल डील को अंतिम स्वीकृति दी जाएगी। रूस द्वारा डिजाइन किए गए AK-203 राइफल का निर्माण उत्तर प्रदेश के अमेठी में होगा। यहां रूस और भारत द्वारा राइफल बनाने के लिए संयुक्त उद्यम लगाया जाएगा। माना जा रहा है कि इस डील पर व्लादिमिर पुतिन की यात्रा के दौरान साइन हो सकते हैं। दोनों देश इस डील पर सहमत हो गए थे। अब सबसे बड़ा मुद्दा तकनीक ट्रांसफर का है।
अमेठी में 7.5 लाख AK 203 राइफल का निर्माण होगा। शुरुआती 70 हजार राइफल में रूस निर्मित उपकरण लगाए जाएंगे। तकनीक ट्रांसफर के बाद बाकी राइफल में भारत में बने उपकरण लगाए जाएंगे। प्रोडक्शन शुरू होने के 32 महीने बाद राइफल सेना को मिलना शुरू हो जाएंगी।
AK-47 का अपडेटेड वर्जन है AK-203
AK-203 दुनिया की सबसे मशहूर असॉल्ट राइफल AK-47 का अपडेटेड वर्जन है। AK-203 अबतक की सबसे अपडेट राइफलों में से एक है। यह कंवर्टेबल राइफल है। इसे सेमी ऑटोमेटिक और ऑटोमेटिक मोड में इस्तेमाल किया जा सकता है। AK-47 सबसे बेसिक मॉडल है। इसके बाद AK में 74, 56, 100 सीरीज, 200 सीरीज आ चुकी है।
AK-203 की मुख्य विशेषताएं
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