रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 6 दिसंबर को भारत आने वाले हैं। नरेंद्र मोदी के साथ उनकी बैठक से पहले दोनों देश मेगा डिफेंस प्लान तैयार कर रहे हैं।
नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) 6 दिसंबर को भारत आने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के साथ उनकी बैठक होने वाली है। मोदी-पुतिन की बैठक से पहले दोनों देश मेगा डिफेंस प्लान (Mega Defence Plan) तैयार कर रहे हैं।
पुतिन की भारत यात्रा के दौरान कई बड़े समझौते होने की उम्मीद है। क्लाश्निकोव असॉल्ट राइफल और वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के सौदे लगभग तय होने के बाद रूस अब अमेरिका को भारत के प्रमुख रणनीतिक साझेदार और रक्षा आपूर्तिकर्ता के रूप में चुनौती देना चाहता है।
6 दिसंबर को होने वाली मोदी-पुतिन वार्ता से पहले दोनों देश के विदेश और रक्षा मंत्री बैठक कर रहे हैं और व्यापक सामरिक-रक्षा एजेंडा को अंतिम रूप दे रहे हैं। पिछले कुछ सालों में भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबंध मजबूत हुए हैं। 2007 के बाद भारत ने अमेरिका से हथियार खरीदने के लिए 21 बिलियन डॉलर का सौदा किया। इसे देखते हुए रूस भारत के साथ लंबे समय से चली आ रही विशेष रणनीतिक साझेदारी पर जोर देना चाहता है। बता दें कि भारत अपने अधिकतर हथियार रूस से खरीदता रहा है। 1960 के बाद से भारत ने रूस से 65 बिलियन डॉलर का हथियार खरीदा है।
5 हजार मिसाइल की होगी खरीद
भारत और रूस के बीच AK-203 क्लाश्निकोव राइफल के निर्माण प्रोजेक्ट के लिए लगभग सहमति बन गई है। 5124 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट से छह लाख से अधिक राइफल बनाये जाने हैं। इसके साथ ही भारत रूस से VSHORADS खरीदने के लिए बात कर रहा है। 1.5 बिलियन डॉलर का यह डील फाइनल स्टेज में है। इसके तहत भारत रूस से कंधे पर रखकर फायर किए जाने वाला एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम खरीदेगा। इसे दुश्मन के विमान, ड्रोन और हेलिकॉप्टर को मार गिराने के लिए बनाया गया है। भारत ने फ्रांस और स्वीडेन के मिसाइल के ऊपर रूस के मिसाइल को तरजीह दी है। सेना को ऐसे 5 हजार मिसाइल, लॉन्चर और अन्य जरूरी उपकरण की जरूरत है।
कमोव-226टी हेलिकॉप्टर पर चल रही बात
भारत और रूस के बीच लंबे समय से पेंडिंग चल रहे कमोव-226टी हेलिकॉप्टर डील पर भी बात हो रही है। दो इंजन और हल्के वजन वाले 200 कमोव-226टी हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए करीब 2 बिलियन डॉलर का सौदा होने वाला है। ये हेलिकॉप्टर भारतीय सेना और वायु सेना द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे चीता व चेतक हेलिकॉप्टर का स्थान लेंगे। इसके लिए चल रही बातचीत टेक्निकल इवॉल्यूशन स्टेज पर है।
इसके साथ ही भारत 21 MiG-29s खरीदने, 59 Mig 29 को अपग्रेड करने और 12 अतिरिक्त सुखोई 30 एमकेआई खरीदने की योजना बना रहा है। सुखोई विमान उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता से लैस होंगे। इसके लिए 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की डील होगी।
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