पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान हुई हिंसा के मामले में सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई से जस्टिस इंदिरा बनर्जी ने खुद को अलग कर लिया है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले की सुनवाई करना नहीं चाहती हैं।
नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान हुई हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए पहुंचा है, लेकिन इससे पहले ही जस्टिस इंदिरा बनर्जी ने इससे खुद को अलग कर लिया है। जस्टिस बनर्जी कोलकाता की रहने वाली हैं। उन्होंने कहा कि वे इस मामले की सुनवाई नहीं करना चाहती हैं।
पीड़ित परिवार इस मामले को लेकर HC गए हैं
बता दें कि बंगाल में चुनावी हिंसा के कारण कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। वहीं, बड़ी संख्या में लोगों को पलायन करके असम में शरण लेनी पड़ी। इस मामले को पीड़ित परिवारों ने सुप्रीम कोर्ट में उठाया था। वे मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो(CBI) से कराना चाहते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में बंगाल सरकार से जवाब मांगा था। हालांकि राज्य सरकार ने दो टूक कहा कि इस हिंसा को चुनाव से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है।
दूसरी बेंच में भेजा जाएगा मामला
ममता बनर्जी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि भाजपा के दो कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं। एक अन्य मामले में गैंप रेप की पीड़ित दो महिलाओं ने भी सुप्रीम कोर्ट से मामले की जांच CBI से कराने की मांग की थी। जस्टिस बनर्जी के सुनवाई से हटने के बाद मामला दूसरी बेंच को भेजा जाएगा।
यह भी पढ़ें
बंगाल की राजनीति में तूफान से पहले की शांति, अमित शाह से दूसरी बार मिले राज्यपाल धनखड़
...तो बंगाल में लगेगा राष्ट्रपति शासन! राज्यपाल के दिल्ली दौरे के बीच कैलाश विजयवर्गीय ने दी 'हवा'