मोदी और शाह के साथ पोस्टर में नजर आए सिंधिया, पार्टी के काम करने के तरीके से हैं नाराज

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि 47 वर्षीय ज्योतिरादित्य सिंधिया आजकल अपनी पार्टी के कामकाज करने के तरीके से नाराज हैं। ऐसे कयास भी लगाये जा रहे हैं कि वह कांग्रेस छोड़कर नये सिरे से अपनी राजनीतिक पारी शुरू कर सकते हैं।

Asianet News Hindi | Published : Oct 12, 2019 12:41 PM IST

भोपाल. जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा समर्थन करने के बाद भाजपा के एक कार्यकर्ता ने उनके मध्य प्रदेश के भिंड आगमन पर स्वागत करने के लिए एक पोस्टर लगाया है, जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा के दो दिग्गज नेताओं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ दिखाई दे रहे हैं। यह पोस्टर भाजपा के भिण्ड जिले के पूर्व प्रवक्ता हृदेश शर्मा ने लगाया है और इसमें उन्होंने सिंधिया को ‘श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया जी’ के नाम संबोधित किया है। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा समर्थन करने के बाद शर्मा ने उनके भिंड आगमन पर स्वागत करने के लिए यह पोस्टर लगाया है।

सिंधिया ने किया था आर्टिकल 370 हटाने का समर्थन  
भिण्ड जिले के भारत रक्षा मंच के अध्यक्ष हृदेश शर्मा ने शनिवार को बताया कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का कांग्रेस ने औपचारिक रूप से विरोध किया था। लेकिन सिंधिया ने इसे हटाये जाने का समर्थन किया और उसके बाद पहली बार गुरुवार को भिण्ड जिले के दौरे पर आये। भारत रक्षा मंच भाजपा से जुड़ा हुआ एक संगठन है।

भाजपा से जुड़ी हैं सिंधिया की जड़े 
शर्मा ने कहा ‘‘ऐसा कर सिंधिया देश के हित में कंधा से कंधा मिलाकर भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार के साथ खड़े हुए। इसलिए गुरुवार को सिंधिया के भिण्ड आगमन पर मैंने उनके स्वागत, वंदन एवं अभिनंदन में मोदी एवं शाह के साथ उनका पोस्टर लगाया। इस पोस्टर में भारत का नक्शा एवं तिरंगा पकड़े ‘भारत माता’ की तस्वीर भी है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘जो भी नेता देश के हित के लिए साथ खड़े होते हैं, हम उन सभी नेताओं का सम्मान करने के साथ-साथ पूजा करते हैं, चाहे वह कांग्रेस का हो या अन्य दल का।’’ अपने आप को भाजपा का कट्टर समर्थक होने का दावा करने वाले शर्मा ने कहा कि सिंधिया राष्ट्रीय नेता हैं और उनके पुरखे भाजपा से जुड़े थे। इसलिए उनकी जड़ें भाजपा की हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया सहित अन्य ने जनसंघ का गठन किया था और कोई इस तथ्य को नकार नहीं सकता है।

सिंधिया के भाजपा में शामिल होने की चर्चा
पोस्टर पर पूछे गये सवाल के जवाब में मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता एवं सिंधिया के कट्टर समर्थक पंकज चतुर्वेदी ने बताया, ‘‘सिंधिया किसी भी कीमत में भाजपा में शामिल नहीं होंगे। इस पोस्टर को गलत परिप्रेक्ष्य में नहीं देखा जाना चाहिए।’’ राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि 47 वर्षीय ज्योतिरादित्य सिंधिया आजकल अपनी पार्टी के कामकाज करने के तरीके से नाराज हैं। ऐसे कयास भी लगाये जा रहे हैं कि वह कांग्रेस छोड़कर नये सिरे से अपनी राजनीतिक पारी शुरू कर सकते हैं।

मालूम हो कि सिंधिया ने एक सवाल के जवाब में मीडिया को नौ अक्टूबर को ग्वालियर में कहा था, ‘‘यह सही बात है कि कांग्रेस को आत्म अवलोकन की जरूरत है। जो स्थिति पार्टी की है, उसका जायजा लेकर सुधार करना चाहिए और यह समय की मांग है।’’

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

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