शिवसेना ने अर्नब गोस्वामी को अपने मुखपत्र 'सामना' में बताया हरामखोर, कहा - कंगना का समर्थन राजद्रोह के बराबर

Published : Sep 09, 2020, 12:40 PM ISTUpdated : Sep 09, 2020, 12:42 PM IST
शिवसेना ने अर्नब गोस्वामी को अपने मुखपत्र 'सामना' में बताया हरामखोर, कहा - कंगना का समर्थन राजद्रोह के बराबर

सार

सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में कंगना और शिवसेना के बीच उपजा विवाद अब पत्रकार अर्नब गोस्वामी तक आ गया है। अपने मुखपत्र 'सामना' में शिवसेना ने अर्नब के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए लिखा कि कंगना जैसे सुपारीबाज के राजद्रोह का समर्थन कर अर्नब ने हरामखोरी की है।  

मुंबई. सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में कंगना और शिवसेना के बीच उपजा विवाद अब पत्रकार अर्नब गोस्वामी तक आ गया है। अपने मुखपत्र 'सामना' में शिवसेना ने अर्नब के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए लिखा कि कंगना जैसे सुपारीबाज के राजद्रोह का समर्थन कर अर्नब ने हरामखोरी की है।


अर्नब और कंगना के खिलाफ़ शिवसेना विधायक ला चुके हैं प्रस्ताव -

मुखपत्र में अपशब्दों को लिखने से पहले मंगलवार को कंगना और अर्नब के ख़िलाफ शिवसेना के दो विधायक विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव भी लाए थे। इस प्रस्ताव में उनपर महाराष्ट्र और मुंबई की जनता के अपमान का आरोप था।


ख़राब मानसिकता के लक्षण -

मुंबई की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) से करने पर सामना ने लिखा कि मुंबई किसकी? यह सवाल कोई न पूछे। मुंबई महाराष्ट्र की राजधानी और देश का सबसे बड़ी आर्थिक राजधानी है। मुंबई पुलिस को माफिया बोलकर खाकी वर्दी का अपमान करना ख़राब मानसिकता के लक्षण हैं।


गद्दारों का साथ देने वालों को लगेगी बद्दुआएं -

शिवसेना ने अपने संपादकीय में लिखा कि जो लोग महाराष्ट्र के गद्दारों के साथ खड़े हैं, उन्हें 106 शहीदों की बद्दुआ लगेगी। छत्रपति शिवाजी महाराज के नक्शे पर गंदी पिचकारी फेंकने वाले को केंद्र सरकार विशेष सुरक्षा का सम्मान दे रही है।

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