बुलंदशहर की सुदीक्षा भाटी की मौत के मामले का पुलिस ने 7वें दिन खुलासा कर दिया। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने सच्चाई को सामने लाने के लिए सिकंदराबाद से औरंगाबाद तक रास्ते में लगे कैमरों की फुटेज को खंगाला। इसके अलावा 10 हजार से ज्यादा बुलेट मोटरसाइकिलों के बारे में जानकारी जुटाई।
बुलंदशहर. बुलंदशहर की सुदीक्षा भाटी की मौत के मामले का पुलिस ने 7वें दिन खुलासा कर दिया। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने सच्चाई को सामने लाने के लिए सिकंदराबाद से औरंगाबाद तक रास्ते में लगे कैमरों की फुटेज को खंगाला। इसके अलावा 10 हजार से ज्यादा बुलेट मोटरसाइकिलों के बारे में जानकारी जुटाई। यही नहीं इस मामले में पुलिस ने 1000 से ज्यादा लोगों से पूछताछ भी की। तब जाकर इस मामले को पुलिस सुलझाने में कामयाब हुई।
बुलंदशहर की होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी की मौत 10 अगस्त को उस वक्त हुई थी, जब वे चाचा के साथ बाइक से मामा के घर जा रहीं थीं। बताया जा रहा था कि रास्ते में सुदीक्षा के साथ बुलेट सवार लोगों ने छेड़छाड़ की थी, इसके बाद चाचा का बाइक से संतुलन खो गया और एक्सीडेंट में सुदीक्षा की मौत हो गई।
पुलिस ने ऐसा किया खुलासा
सुदीक्षा भाटी केस को सुलझाने के लिए एसआईटी बनाई गई थी। एसआईटी ने सिकंदराबाद टोल से औरंगाबाद घटनास्थल तक लगे 12 सीसीटीवी कैमरों के बारे में जानकारी जुटाई। सीसीटीवी को जब देखा गया तो पता चला कि एक बुलेट मोटरसाइकिल आगे और सुदीक्षा की बाइक पीछे चल रही है।
स्टंट दिखाए जाने की नहीं हुई पुष्टि
पुलिस के मुताबिक, बुलेट सवार जिन दो आरोपियों पर छेड़छाड़ और स्टंट दिखाने का आरोप लगा है, उनमें से एक का नाम दीपक बताया जा रहा है। दीपक ही बाइक चला रहा था, उसने हेलमेट पहन रखा था। वहीं, दूसरा आरोपी राजू है, जिसकी उम्र 55 साल बताई जा रही है। हालांकि, फुटेज से यह पुष्टि नहीं हुई कि बाइक सवार रास्ते में स्टंट कर रहे थे।
कैसे हुआ एक्सीडेंट?
पुलिस ने बताया, आरोपी दीपक सोलंकी कांट्रेक्टर के यहां काम करता है। वह राजमिस्त्री राजू को लेकर बुलेट से एक साइट पर जा रहा था। औरंगाबाद चरौरा मुस्तफाबाद के पास बुलेट के सामने अचानक हरे रंग का ऑटो आ गया, इसी वजह से उसने ब्रेक लगा दिए। पीछे से आ रही सुदीक्षा की बाइक उससे टकरा गई। इससे छात्रा गिर गई और उसकी मौत हो गई।