लॉकडाउन होने की वजह से देशभर में शराब की दुकानें बंद हैं। केरल में इससे शराबियों में एक्यूट विदड्रॉल सिंड्रोम के मामले बढ़ गए हैं। राज्य के कई हिस्सों से शराबियों के आत्महत्या की खबरें आ रही हैं।
तिरुवनंतपुरम. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है। आज सोमवार को लॉकडाउन का 6 वां दिन हैं। लॉकडाउन होने की वजह से देशभर में शराब की दुकानें बंद हैं। केरल में इससे शराबियों में एक्यूट विदड्रॉल सिंड्रोम (नशा अचानक छोड़ने पर होने वाली समस्या) के मामले बढ़ गए हैं। राज्य के कई हिस्सों से शराबियों के आत्महत्या की खबरें आ रही हैं।
शराबियों के बढ़ते आत्महत्या की खबरों को देखते हुए सीएम पिनराई विजयन ने एक्साइज विभाग को डॉक्टर के पर्चे के साथ आने वालों को शराब देने का निर्देश दिया। समस्या को देखते हुए सरकार शराब की ऑनलाइन बिक्री पर भी विचार कर रही है। विभाग से कहा गया है कि शराब न मिलने से बीमार पड़ने वालों को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराएं।
शराब नहीं मिला तो पी लिया सेविंग लोशन
शराब नहीं मिलने की वजह से शनिवार को त्रिशूर जिले में एक युवक ने नदी में कूदकर खुदकुशी कर ली। वहीं, कायमकुलम में सैलून की दुकान पर काम करने वाले 38 साल के व्यक्ति ने सेविंग लोशन पी लिया। जिसके बाद उसे आनन-फानन में इलाज के लिए हॉस्पिटल लाया गया। जहां उसने दम तोड़ दिया।
डॉक्टर्स ने जताया ऐतराज, कभी नहीं करेंगे ऐसा
केरल के सरकारी डॉक्टरों के एसोसिएशन ने भी सरकार के फैसले पर ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि हम ऐसा कभी नहीं करेंगे। सरकार अपना आदेश वापस ले। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी मुख्यमंत्री के इस फैसले की आलोचना की है। एसोसिएशन की केरल इकाई के अध्यक्ष डॉ अब्राहम वर्गीस ने कहा कि सरकार को इसके बदले ऐसे लोगों को उनके घर पर ही इलाज उपलब्ध करवाना चाहिए। विदड्रॉल सिंड्रोम के शिकार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराकर समुचित दवाएं दी जानी चाहिए।
सरकार ने पिछले हफ्ते ही दिया था दुकानों को बंद करने का आदेश
आईएमए के मुताबिक, डॉक्टर कानूनी तौर पर किसी को शराब पीने की सलाह नहीं दे सकते। ऐसा करने पर उनका लाइसेंस रद्द हो सकता है। सरकार ने पिछले बुधवार को ही राज्य के सभी बार और शराब दुकानों को बंद करने की घोषणा की थी। इससे पहले लॉकडाउन के बाद भी शराब की बिक्री जारी थी। इसके बारे में पूछे जाने पर विजयन ने कहा था कि अगर शराब की बिक्री पूरी तरह बंद हुई तो दूसरी सामाजिक समस्याएं पैदा होंगी।
केरल में कोरोना की स्थिति
राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या 202 तक पहुंच गई है। केरल में 20 नए मामले सामने आए। इनमें से 18 ने विदेश यात्रा की थी, जबकि 2 लोग संक्रमितों के संपर्क में आए थे। केरल के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, अब राज्य में कोरोना के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 202 हो गई है। इनमें से 181 एक्टिव केस हैं। इलाज के बाद 4 लोगों में संक्रमण निगेटिव हो गया है। वहीं, पिछले दिनों एक शख्स की मौत भी हो चुकी है। केरल कसारगोड़ में सबसे अधिक 90 पॉजिटिव हैं, जबकि कन्नूर में 33 संक्रमित हैं।