1 फरवरी को आम बजट आया आया और 2 दिन बाद यानी 3 फरवरी से दूध महंगा हो गया। 'अमूल दूध पीता है इंडिया' तो अब से आपको 3 रुपए प्रति लीटर अधिक चुकाने होंगे। गुजरात बेस्ड कंपनी अमूल ने एक बार फिर दूध के दाम बढ़ा दिए हैं।
नई दिल्ली. 1 फरवरी को आम बजट आया(Union Budget 2023-2024) आया और 2 दिन बाद यानी 3 फरवरी से दूध महंगा हो गया। 'अमूल दूध पीता है इंडिया' तो अब से आपको 3 रुपए प्रति लीटर अधिक चुकाने होंगे। गुजरात बेस्ड कंपनी अमूल ने एक बार फिर दूध के दाम बढ़ा दिए हैं। दूध की कीमत 3 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ा दी गई है। यानी अब से अमूल गोल्ड की कीमत 66 रुपये प्रति लीटर, अमूल मैजिक की कीमत 54 रुपये प्रति लीटर, अमूल गाय का दूध 56 रुपये प्रति लीटर और अमूल भैंस के दूध की कीमत अब 70 रुपये प्रति लीटर होगी।
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अमूल ने जारी एक बयान में कहा कि दूध के रेट 3 रुपए प्रति लीटर बढ़ा गए हैं, जो 3 फरवरी से प्रभावी होंगे। दूध के दाम बढ़ने पर कांग्रेस ने तंज कसा है। उसने tweet किया कि पिछले एक साल में अमूल ने 8 रुपए प्रति लीटर तक दूध के रेट बढ़ाए हैं। अमूल ने अक्टूबर, 2022 में दूध के रेट 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ाए थे। यानी 4 महीने में दूसरी बार रेट बढ़ाए हैं। दिसंबर, 2022 में मदर डेयरी ने दिल्ली-NCR में दूध के दाम 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ाए थे। अमूल ने रेट बढ़ाने के पीछे तर्क दिया कि प्रॉडक्शन कॉस्ट बढ़ने से ऐसा करना पड़ा है। कंपनी ने कहा कि एक साल के अंदर जानवरों के चारे में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। लिहाजा रेट बढ़ाना पडे़ हैं। यानी किसान भी अब अमूल को 8-9 प्रतिशत अधिक रेट पर दूध मुहैया करा रहे हैं।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा-अगर अमूल दूध के दाम में इज़ाफा होगा तो सबसे ज्यादा असर आम आदमी पर पड़ेगा। हो सकता है मोदी जी और अमित शाह जी दूध नहीं पीते होंगे, लेकिन देश के बच्चों के लिए तो दूध पीना ज़रूरी है। दूध के दाम को बढ़ाते हुए सरकार ने अपनी नियत साफ कर दी है।
महीनेभर पहले मध्य प्रदेश बेस्ड सांची और सौरभ ने भी दूध के रेट बढ़ाए थे। दोनों ने 2-2 रुपए प्रति लीटर दूध के रेट बढ़ा दिए थे। अगर छोटा सा उदाहरण लें, तो अकेले मप्र की राजधानी भोपाल में अमूल दूध की खपत 80 हजार लीटर है। हालांकि यहां सांची सबसे अधिक बिकता है। उसकी खपत रोजाना एवरेज 3 लाख लीटर बताई जाती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने 12 सितंबर 2022) को ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन (International Dairy Federation World Dairy Conference 2022) 2022 में बताया था कि भारत में 8 करोड़ से अधिक परिवार डेयरी क्षेत्र से अपनी आजीविका कमाते हैं।
डेयरी सहकारी समितियां देश के 2 लाख गांवों से उत्पाद एकत्र करती हैं, और उपभोक्ताओं से प्राप्त कुल राजस्व का 70% सीधे किसानों को जाता है। हमारे डेयरी क्षेत्र की विशिष्टता में से एक नारी शक्ति है जो कुल कार्यबल का 70% योगदान करती है। महिलाओं के नेतृत्व में 8.5 लाख करोड़ रुपये का डेयरी क्षेत्र चलता है। हमारे देश में दुग्ध उत्पादन की दर 6 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है, जबकि विश्व स्तर पर यह केवल 2% प्रति वर्ष है!
डेयरी विकास में 44% की वृद्धि के साथ, भारत सालाना 210 मिलियन टन दूध का उत्पादन कर रहा है। हमारे देश में दूध उत्पादन की दर 6% प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है, जबकि विश्व स्तर पर यह केवल 2% प्रति वर्ष है!
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