दिल्ली से हैदराबाद जा रही फ्लाइट में शनिवार को अफरातफरी मच गई। फ्लाइट में गवर्नर तमिलीसाई सुंदरराजन व एक आईपीएस आफिसर भी सवार थे। बीच फ्लाइट में ऐसा हुआ कि कुछ देर की अफरातफरी, सुकून में बदल गई।
अमरावती। इंडिगो एयरलाइन्स (Indigo Airlines) की दिल्ली से हैदराबाद फ्लाइट (Delhi-Hyderabad Flight) में शनिवार को अफरातफरी मच गई। फ्लाइट में सवार एक पुलिस अधिकारी की अचानक हार्ट बीट कम होने लगी। देखते ही देखते उनकी हालत बिगड़ने लगी। संयोग अच्छा था कि उसी फ्लाइट में तेलंगाना की गवर्नर थीं। गवर्नर तमिलिसाई सुंदरराजन, जो पेशे से एक डॉक्टर भी हैं, ने एक डॉक्टर के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया और पुलिस अधिकारी की जान बचाई।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, शनिवार को दिल्ली से हैदराबाद की इंडिगो फ्लाइट में गवर्नर तमिलिसाई सुदंरराजन सवार थीं। अन्य पैसेंजर में तेलंगाना के एडिशनल डीजीपी कृपानंद त्रिपाठी उजेला भी सवार थे। कृपानंद त्रिपाठी 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। फ्लाइट में ही अचानक कृपानंद त्रिपाठी की तबियत खराब हो गई। उनको बेचैनी की शिकायत होने लगी। फ्लाइट में कोई डॉक्टर नहीं होने की वजह से अफरातफरी मच गई। संयोग अच्छा था कि फ्लाइट में राज्यपाल सुंदरराजन भी थीं जो पेशे से स्वयं डॉक्टर हैं। वह बिना देर किए पेशेंट के पास पहुंची। हार्ट बीट मापा तो महज 39 था। फिर उनको आवश्यक उपचार के साथ आगे की ओर झुकने की सलाह देकर आराम करने को कहा। इसके बाद उनकी सांसें स्थिर हो गईं। उजेला ने बताया कि उस समय मेरी हृदय गति सिर्फ 39 थी जब मैडम गवर्नर ने इसे मापा। उन्होंने मुझे आगे झुकने की सलाह दी और मुझे आराम करने में मदद की, जिससे मेरी सांस स्थिर हो गई।
हैदराबाद आते ही तत्काल अस्पताल पहुंचे
हैदराबाद में उतरने पर, वह सीधे एक अस्पताल गए जहां उन पर कई परीक्षण किए गए। टेस्ट रिपोर्ट में उनको डेंगू का पता चला। उनकी प्लेटलेट काउंट गिरकर 14,000 हो गई थी। उजेला ने राज्यपाल सुंदरराजन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अगर मैडम गवर्नर उस फ्लाइट में नहीं होतीं, तो मैं नहीं बन पाता। उन्होंने मुझे एक नया जीवन दिया।
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