आतंकवाद का शिकार बने कश्मीरी पंडित सुनील कुमार की फैमिली से मिलने पहुंचे अधिकारी, हर संभव मदद का दिलाया भरोसा

उपराज्यपाल के नेतृत्व वाले प्रशासन ने शुक्रवार(12 नवंबर) को सुनील पंडित की पत्नी सुनीता पंडित को आर्थिक मदद प्रदान की, जिनकी आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। आतंकवादियों ने 16 अगस्त को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के चतीगाम गांव में एक सेब के बाग में उन्हें गोली मारकर हत्या कर दी थी। 

Amitabh Budholiya | Published : Nov 12, 2022 1:17 AM IST / Updated: Nov 12 2022, 06:48 AM IST

जम्मू. Terrorism in Jammu and Kashmir: उपराज्यपाल के नेतृत्व वाले प्रशासन ने शुक्रवार(12 नवंबर) को सुनील पंडित की पत्नी सुनीता पंडित को आर्थिक मदद(financial assistance) प्रदान की, जिनकी आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। आतंकवादियों ने 16 अगस्त को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के चतीगाम गांव में एक सेब के बाग में कश्मीरी पंडित(Kashmiri Pandit) सुनील कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनके चचेरे भाई पिंटू कुमार को घायल कर दिया था।

एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पीड़ित परिवार से मिलने वालों में जम्मू के डिविजल कमिश्नर रमेश कुमार के साथ उपराज्यपाल सचिवालय में एडिशनल सेक्रेट्री अक्षय लाबरू भी थे। अधिकारी पंडित के परिवार से मिलने और मृतक की पत्नी को राहत राशि का चेक सौंपने के लिए जानीपुर में उनके घर गए थे।

प्रशासन ने कहा कि सहायता उपराज्यपाल राहत कोष(LG's relief fund) से दी गई है। यह यह जिला प्रशासन द्वारा दी की गई अनुग्रह राहत(gratia relief) से अतिरिक्त है। कमिश्नर ने डिविजल मजिस्ट्रेट को पंडित की बेटियों को तुरंत किसी प्रतिष्ठित स्कूल में एडमिशन दिलाने में मदद करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आतंकी हमले के पीड़ित परिवार को समय-समय पर हरसंभव मदद और सहयोग का आश्वासन दिया। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स...


 पुलिस ने सेना के साथ शुक्रवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के कापरेन इलाके में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े एक विदेशी आतंकवादी को मार गिराया। वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक बयान में बताया गया है कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने अवंतीपोरा के त्राल इलाके से आतंकवादियों के मददगार चार लोगों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा शोपियां के कापरेन इलाके में एक आतंकवादी की मौजूदगी को लेकर मिली सूचना के बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस और सेना के 34 आरआर ने एक ज्वाइंट घेरा और ऑपरेशन (CASO) शुरू किया था। इस दौारान वहां स्थित मदरसे से टीचरों और छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादी ने अंधाधुंध गोलीबारी की, जवाबी कार्रवाई में आतंकवादी मारा गया। मारे गए आतंकवदी की पहचान  जैश से जुड़े कामरान भाई उर्फ ​​हनीस के रूप में हुई।

पुलिस के अनुसार, रिकॉर्ड के अनुसार, हनीस एक कैटेगराइज्ड टेरोरिस्ट था। उस पर पुलिस, अर्धसैनिक बलों और नागरिकों पर हमलों सहित कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था। पुलिस ने कहा कि मारा गया आतंकवादी कुलगाम-शोपियां इलाके में सक्रिय था। वह आतंकी हमलों को अंजाम देने की योजना बनाने के अलावा युवाओं को आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित करके जैश को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा था।

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