
Top 10 Biggest Stampede Incidents List: भीड़ जब नियंत्रण से बाहर हो जाती है, तो खुशी का माहौल कुछ ही पलों में त्रासदी में बदल जाता है। इतिहास में ऐसे कई मौके आए हैं जब किसी धार्मिक आयोजन, त्योहार या खेल प्रतियोगिता के दौरान भगदड़ मच गई और हजारों लोगों की जान चली गई। इनमें से कुछ घटनाओं ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। 1 नवंबर 2025 को आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में स्थित वेंकटेश्वर मंदिर में एकादशी पूजा के बीच मची भगदड़ में 12 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इस बीच जानिए दुनिया की 10 सबसे बड़ी भगदड़ की घटनाओं के बारे में, जिनमें से दो भारत में हुई थीं।
इस घटना को दुनिया की सबसे बड़ी भगदड़ माना जाता है। साल 2015 में सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान मिना में जमरात ब्रिज के पास भारी भीड़ में दबकर 2400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे की वजह आज तक पूरी तरह साफ नहीं हो सकी, लेकिन इसे सऊदी और ईरान के बीच तनाव का कारण भी माना गया था।
सऊदी अरब में ही साल 1990 में लगभग 1426 हज यात्री एक टनल में दम घुटने और भीड़ के दबाव से मारे गए। यह टनल सिर्फ 1000 लोगों की क्षमता के लिए बनी थी, लेकिन उसमें करीब 5000 लोग घुस गए थे। वेंटिलेशन फेल होने से कई लोग बेहोश होकर वहीं गिर गए।
साल 2005 में इराक, बगदाद में तीर्थ यात्रा के दौरान आत्मघाती हमले की अफवाह फैल गई। इसी घबराहट में हजारों लोग पुल की ओर भागे, जिससे रेलिंग टूट गई और 953 लोग टाइग्रिस नदी में गिरकर मारे गए।
सऊदी अरब में साल 2006 में भी हज के दौरान हादसा हुआ। रास्ते में भीड़ के धक्कामुक्की में 364 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हुए।
साल 2010 में कंबोडिया में वॉटर फेस्टिवल के दौरान पुल पर एक साथ हजारों लोग जमा हो गए। अचानक मची अफरातफरी में 347 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए थे।
साल 2005 में महाराष्ट्र के मांधेर देवी मंदिर में मकर संक्रांति के मौके पर मंदिर में पूजा के दौरान आग लगने से अफरातफरी मच गई थी। इस भगदड़ में भागते वक्त 291 श्रद्धालु कुचलकर मारे गए थे।
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सऊदी अरब में साल 2004 में भीड़ नियंत्रण की कमी के कारण 251 लोगों की जान गई थी। यह हादसा मक्का के पास हज के एक रिचुअल के दौरान हुआ था।
राजस्थान, जोधपुर के चेतक मंदिर में साल 2008 में पूजा के दौरान अफवाह फैलने से भगदड़ मच गई थी। सीढ़ियों से गिरने और भीड़ में फंसने से 224 लोगों की मौत हो गई।
साल 2001 में घाना के अकरा स्टेडियम में फुटबॉल मैच के दौरान हुए दंगे और आंसू गैस छोड़े जाने के बाद लोग भागने लगे। इस भगदड़ में 127 लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे।
सऊदी अरब में साल 1998 में हज के दौरान हुए इस हादसे में 118 लोग भीड़ के दबाव में कुचलकर मारे गए थे।
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