राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में आने के लिए सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह समेत कई विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया गया है। लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को भी न्योता मिला है।
नई दिल्ली। 22 जनवरी को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर (Ram Temple) का उद्घाटन होने वाला है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विपक्ष के बड़े नेताओं को भी न्योता मिला है।
विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक कुमार के अनुसार श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सीनियर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी और JD(S) प्रमुख देवेगौड़ा को अगल महीने होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण भेजा है।
राम मंदिर कार्यक्रम में राजनीतिक दलों के प्रमुखों को आमंत्रित किए जाने की भी संभावना है। इनमें आम आदमी पार्टी (आप) के अरविंद केजरीवाल, बसपा नेता मायावती, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी और सीपीआई के डी राजा शामिल हैं।
लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को भी मिला न्योता
विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को आमंत्रित किया गया है। वे समारोह में शामिल होने के लिए "हर संभव प्रयास" करेंगे। दोनों 1990 के दशक में राम मंदिर आंदोलन में सबसे आगे रहे थे। कुछ दिन पहले मंदिर ट्रस्ट ने कहा था कि आडवाणी और जोशी से उनके स्वास्थ्य और उम्र के कारण इस कार्यक्रम में शामिल न होने का अनुरोध किया गया था। मंदिर ट्रस्ट ने संतों, वैज्ञानिकों, सेना अधिकारियों, पद्म पुरस्कार विजेताओं, उद्योगपतियों, दलाई लामा और विभिन्न क्षेत्रों की अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों को भी आमंत्रित किया है।
तेजी से हो रहा राम मंदिर का निर्माण
राम मंदिर का निर्माण तेजी से हो रहा है। इसके पहले चरण के 15 जनवरी तक पूरा होने की उम्मीद है। 16 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा पूजा शुरू होगी। 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे।
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17 जनवरी को भगवान राम की 100 मूर्तियों के साथ भगवान राम के जीवन के दृश्यों को प्रदर्शित करने वाली झांकियों का जुलूस निकाला जाएगा। जुलूस में भगवान राम के जन्म से लेकर वनवास, लंका पर विजय और उनकी अयोध्या वापसी तक के जीवन को दर्शाने वाली मूर्तियां और तस्वीरें होंगी। यह जुलूस प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सप्ताह भर चलने वाले उत्सव की औपचारिक शुरुआत का प्रतीक होगा।
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