बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने शहर के 9 ऐसे कॉरिडोर की पहचान की जहां बहुत अधिक ट्रैफिक रहता है और सड़क जाम की स्थिति बनती है। इसके बाद पुलिस ने एहतियाती कदम उठाए। इसके चलते लोगों को सफर करने में 42 फीसदी कम समय लग रहा है।
बेंगलुरु। भारत की सिलिकॉन वैली कहलाने वाले बेंगलुरु में सड़क जाम बड़ी समस्या है। लोगों को सड़क जाम में नहीं फंसना पड़े और वे आसानी से अपने डेस्टिनेशन तक पहुंच पाएं इसके लिए बेंगलुरु पुलिस ने शहर के 9 ऐसे कॉरिडोर की पहचान की जहां बहुत अधिक ट्रैफिक रहता है। पिछले महीने इन कॉरिडोर के चोक पॉइंट को चिह्नित किया गया। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने सड़क जाम नहीं लगे इसके लिए एहतियाती उपाय किए। इसका असर दिख रहा है। लोगों को अब सफर करने में 42 फीसदी वक्त की बचत हो रही है।
ये नौ कॉरिडोर अमृतहल्ली जंक्शन-हेब्बल पुलिस स्टेशन, केंगेरी-सिटी मार्केट, ट्रिनिटी चर्च-रिचमंड सर्कल, रिचमंड सर्कल-मेयर हॉल, बेन्निगनहल्ली अंडरपास-बत्तरहल्ली, महकरी सर्कल-एस्टीम मॉल, कस्तूरीनगर-ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर और केआर पुरम-कोडीगेहल्ली हैं। पुलिस ने इन क्षेत्रों में ट्रैफिक फ्लो की दिशा में मामूली एडजस्टमेंट किया है। सुबह और शाम के पीक आवर्स के दौरान सड़क जाम नहीं लगे इसके लिए पुलिस द्वारा इंतजाम किए गए हैं।
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कैमरों की मदद से ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर हो रही कार्रवाई
बेंगलुरु के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) एमए सलीम ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस के जवानों को अब नियमों का उल्लंघन करने वालों को पकड़ने के लिए सड़क पर खड़ा नहीं किया जा रहा है। यह काम बड़े पैमाने पर कैमरों को सौंप दिया गया है। पुलिस के जवान शहर में लगभग हर जंक्शन पर मौजूद रहते हैं। पुलिस का ध्यान यातायात प्रबंधन पर है। भारी मोटर वाहनों के सुबह 7 बजे से 11 बजे और शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक चुने गए नौ कॉरिडोर में चलने पर प्रतिबंध लगा है। इसे सख्ती से लागू किया जा रहा है। हमने सिगनल सिंक्रोनाइजेशन पर भी काम किया है। इससे यह पक्का किया जा रहा है कि किसी जंक्शन पर लाइन में लगे सभी सिगनल एक दूसरे से समन्वय के साथ रंग बदलें ताकि गाड़ियों को अधिक जगह मिले।
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