घाटी में बैन के बावजूद चालू रहा अलगाववादी नेता गिलानी का इंटरनेट, शक के घेरे में BSNL के दो अधिकारी

जम्मू कश्मीर में धारा 370 निष्प्रभावी करने के बाद से राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर बैन लगा दिया गया था। लेकिन इसके बावजूद अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी के ट्विटर हैंडल से दो ट्वीट किये गए। इसके बाद अब मामले में दो बीएसएनएल के अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 19, 2019 9:45 AM IST / Updated: Aug 19 2019, 03:19 PM IST

श्रीनगर. जम्मू कश्मीर में धारा 370 निष्प्रभावी करने के बाद से राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर बैन लगा दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी के ट्विटर हैंडल से दो ट्वीट किये गए। मामले में दो बीएसएनएल के अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। दोनों से इस संबंध में पूछताछ चल रही है। दरअसल, तनाव के बीच 8 दिन तक गिलानी का इंटरनेट एक्सेस में रहा था। जिसकी भनक सुरक्षा अधिकारियों को भी नहीं लगी थी। गिलानी का इंटरनेट और लैंडलाइन कैसे चालू था जब इसकी जांच शुरू की गई,  तो दो बीएसएनल के अधिकारियों की गड़बड़ी सामने आई थी। हालांकि गिलानी की इंटरनेट सर्विस को तुरंत बंद कर दिया गया है। 

भारत विरोधी पोस्ट करते रहे हैं गिलानी

इससे पहले गिलानी भारत विरोधी पोस्ट करते रहे हैं। जुलाई महीने में उनके प्रवक्ता गुलजार अहमद गुलजार जन सुरक्षा अधिनियम का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किया गया था। 

घाटी में सामान्य हुए हालात

धीरे धीरे घाटी में सामान्य होते हालातों के बीच सोमवार को स्कूल और लैंडलाइन की सुविधा शुरू कर दी गई है। करीबन दो हफ्ते बाद घाटी में स्कूल - कॉलेज खोल दिये गए हैं।  अफवाहों के डर के चलते फिलहाल इंटरनेट सेवाएं शुरू नहीं की गई है।  इससे पहले धारा 370 निष्प्रभावी करने के बाद से कश्मीर में धारा 144 लागू कर दी गई थी। इसके अलावा अब स्कूल और कॉलेज में कोर्स पूरा करने के लिए एक्स्ट्रा क्लास चलाई जाएगी। 

गृह विभाग ने जारी किया बयान

वहीं इससे पहले जम्मू कश्मीर के गृह विभाग की तरफ से बयान जारी किया गया था। इसमें कहा गया कि जम्मू कश्मीर पुलिस हथियार जब्त करने वाली खबर अफवाह है।  विभाग की तरफ से अपील की गई है कि इस तरह की खबरों पर विश्वास न करें। 

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