उप राष्ट्रपति, रविवार को इंडियन स्टेटिस्टिकल सर्विस के प्रोबेशनरी अफसरों के बैच को संबोधित कर रहे थे। वीपी के सरकारी आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि एक पीड़ित ही किसी दूसरे की पीड़ा को समझ सकता है।
Vice President mimicry controversy: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के मिमिक्री का मामला अभी शांत नहीं हुआ है। ट्रेनी अफसरों की एक मीटिंग को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने खुद को पीड़ित बताया। उन्होंने कहा कि अपमान सहने के बाद भी देश सेवा से पीछे नहीं हटना चाहिए।
उप राष्ट्रपति, रविवार को इंडियन स्टेटिस्टिकल सर्विस के प्रोबेशनरी अफसरों के बैच को संबोधित कर रहे थे। वीपी के सरकारी आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि एक पीड़ित ही किसी दूसरे की पीड़ा को समझ सकता है। संवैधानिक पद पर रहने के बावजूद मुझे अपमान सहना पड़ता है। लेकिन हर किसी से अपमान सहने के बाद उसका सामना करना है,देश सेवा से विरत नहीं होना है। सारे अपमान को सहने के बाद भी एक ही दिशा की ओर बढ़ना है जो रास्ता भारत माता की सेवा की ओर जाता है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में सेवा से पीछे नहीं हटना चाहिए। हर व्यक्ति के प्वाइंट ऑफ व्यू पर ध्यान देना चाहिए। भारत माता की सेवा के लिए आलोचना को सहना सीखना होगा। लेकिन इन आलोचनाओं से अपनी मानसिकता नहीं बदलनी चाहिए, न ही अपना रास्ता बदलना चाहिए। हमें अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते रहना है।
संसद सत्र के दौरान मिमिक्री हुई
दरअसल, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान 13 दिसंबर को लोकसभा में दो लोग घुस आए और स्मोक कैन से पूरे सदन में धुंआ कर दशहत फैलाने की कोशिश की। दो लोग अंदर और दो लोग संसद के बाहर स्मोक कैन छोड़ने के दौरान सरकार की तानाशाही के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पकड़े गए थे। सदन की सुरक्षा में सेंध को लेकर चिंतित विपक्षी सांसदों ने गृहमंत्री अमित शाह के बयान की मांग शुरू कर दी। सांसदों की डिमांड को दरकिनार कर संसद से करीब 146 सांसदों को कई बार में निलंबित कर दिया गया। इसमें सबसे अधिक 100 लोकसभा सांसदों का निलंबन हुआ।
सांसदों के निलंबन के दौरान 19 दिसंबर को संसद परिसर में विपक्षी सांसद विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उसी विरोध प्रदर्शन के दौरान टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करनी शुरू कर दी। इस पर विपक्ष के अन्य सांसद ठहाका लगाते रहे। वहां मौजूद राहुल गांधी भी अपना मोबाइल निकाल उसे शूट करने लगे।
सांसद कल्याण बनर्जी की मिमिक्री पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मुद्दा बनाते हुए इसे जाट समाज, किसान बैकग्राउंड का अपमान करार दिया। इसके बाद बीजेपी भी विपक्ष पर इस मुद्दे को लेकर हमलावर हो गई। हालांकि, इस पर सफाई देते हुए सांसद कल्याण बनर्जी ने साफ इनकार किया कि उन्होंने राज्यसभा सभापति की मिमिक्री की है। उन्होंने सवाल किया कि मैं मिमिक्री में जो-जो कर रहा था, क्या उपराष्ट्रपति जी यह कह रहे कि वह करते हैं? परंतु, उपराष्ट्रपति इस मामले को लगातार उठा रहे हैं और अपने अपमान से जोड़ रहे।
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