इलेक्टोरल कॉलेज में 780 सांसद शामिल हैं। इसमें लोकसभा में 543 और राज्यसभा में 245 सदस्य वोटिंग करते हैं। उच्च सदन में आठ खाली सीटों और तृणमूल कांग्रेस के 36 सांसदों, जिन्होंने मतदान से दूर रहने का फैसला किया, को छोड़कर, 744 सांसदों के मतदान किया।
नई दिल्ली। भारत के अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव (Vice Presidential Election 2022) के लिए शनिवार को मतदान हुआ। एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने देश के अगले उप राष्ट्रपति होंगे। धनखड़ ने अपनी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की मार्गरेट अल्वा को हराया है। चुनाव आयोग ने शनिवार की शाम को नतीजो का ऐलान किया है। Jagdeep Dhankhar को 528 वोट मिले हैं। जबकि मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले हैं। 15 सांसदों के वोट अवैध पाए गए हैं।
725 सांसदों ने किया मतदान
उपराष्ट्रपति के चुनाव में 725 सांसदों ने मतदान किया। इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने मतदान का बहिष्कार किया था। लेकिन तृणमूल कांग्रेस के दो एमपी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में भाग लिया। टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले शुभेंदु अधिकारी के पिता सांसद शिशिर अधिकारी और भाई दिब्येंदु अधिकारी ने मतदान किया। तृणमूल के 34 सांसदों ने मतदान नहीं किया। शाम पांच बजे मतदान समाप्त हुआ। इसके बाद मतों की गिनती हुई।
बीजेपी के दो सांसदों ने नहीं किया मतदान
बीजेपी के दो सांसदों ने वोट नहीं डाला। सनी देओल और संजय धोत्रे ने मतदान नहीं किया क्योंकि वे अस्वस्थ हैं। उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में भी मतदान नहीं किया था।
इलेक्टोरल कॉलेज में 780 सदस्य
इलेक्टोरल कॉलेज में 780 सांसद शामिल हैं। इसमें लोकसभा में 543 और राज्यसभा में 245 सदस्य वोटिंग करते हैं। उच्च सदन में आठ खाली सीटों और तृणमूल कांग्रेस के 36 सांसदों, जिन्होंने मतदान से दूर रहने का फैसला किया, को छोड़कर, 744 सांसदों के मतदान किया है। एनडीए के 441 सांसद हैं, जिसमें बीजेपी के 394 सांसद हैं। पांच मनोनीत सदस्य भी एनडीए उम्मीदवार का समर्थन किया था।
गैर बीजेपी खेमा भी धनखड़ के साथ खड़ा रहा
धनखड़ को कई अन्य गैर-एनडीए दलों का भी समर्थन प्राप्त था। इसमें नवीन पटनायक की बीजू जनता दल, जगनमोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस, मायावती की बहुजन समाज पार्टी, चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी, अकाली दल और शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट ने धनखड़ के पक्ष में वोट करने का ऐलान किया था। गैर बीजेपी मोर्चा के करीब 81 सांसद पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ की प्रत्याशिता के पक्ष में खड़े थे।
मार्गरेट अल्वा के साथ कांग्रेस, एमके स्टालिन की डीएमके, लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल, शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और वाम दलों का समर्थन प्राप्त है। इसके अलावा, झारखंड मुक्ति मोर्चा, तेलंगाना राष्ट्र समिति, आम आदमी पार्टी और शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के नौ सांसद अल्वा का समर्थन कर रहे हैं।