पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और दूसरे अन्य राज्यों में कोरोना महामारी(Covid 19 pandemic) के बीच बाढ़(flood) ने हालात बुरे कर दिए हैं। लोग दोनों मुसीबतों का एक साथ सामना कर रहे हैं।
कोलकाता. ये वीडियो पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी(Covid 19 pandemic) के बीच बाढ़(flood) की भयावहता को दिखाती है। बंगाल में बाढ़ ने हालात खराब कर दिए हैं। यहां बाढ़ के कारण करीब 3 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। यूपी में भी कई जिलों में बाढ़ है।
पहले जानें बाढ़ की स्थिति
पश्चिम बंगाल में बाढ़ के कारण 7 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। यहां 23 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। स्थिति अभी भी खराब है। समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, पानी में फंसे लोगों को मेडिकल और जरूरी चीजें पहुंचाने में दिक्कत आ रही है। पीने का पानी तक लोगों को मुहैया नहीं हो पा रहा है। बाढ़ से करीब 4 लाख हेक्टेयर से अधिक खेतों में पानी भरा हुआ है। पूर्व और पश्चिम बर्धमान, पश्चिम मेदिनीपुर, हुगली, हावड़ा, साउथ 24 परगना और बीरभूम जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं। भारी बारिश के चलते डेम फुल हैं। उनसे लगातार पानी छोड़ा जा रहा है।
अब जानें कोरोना का हाल
बेशक पश्चिम बंगाल में कोरोना केस कम हैं। यहां पिछले 24 घंटे में सिर्फ 812 मामले मिले। यहां 10 हजार से अधिक एक्टिव केस हैं। बीते दिन 13 लोगों की कोरोना से मौत हुई। वहीं, उप्र में बीते दिन सिर्फ 26 संक्रमित मिले। लेकिन बाढ़ के कारण लोग कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं कर पा रहे हैं।
बाढ़ पर राजनीति
पश्चिम बंगाल में बाढ़ को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) को 'मानव निर्मित बाढ़' के लिए जिम्मेदार बताया है। ममता का दावा है कि पंचेत, मैथन और तेनुघाट में डीवीसी बांधों से काफी पानी छोड़े जाने से बाढ़ की स्थिति पैदा हुई। हालांकि इसी के जवाब में शुभेंदु अधिकारी ने भी गुरुवार को पीएम को एक पत्र भेजा। इसमें कहा गया कि ममता सरकार राज्य की स्थिति को संभालने में विफल साबित हुई है।
यह वीडियो यूपी का है। पांडु नदी के जल स्तर में वृद्धि के बाद मर्दनपुर, बानपुरवा, कंचनपुरवा, तात्यातोपे नगर, रायपुरवा, ग्राम बिहारी पुरवा और पंका गांव सहित कानपुर के कई ग्रामीण इलाकों के लोगों को नाव के सहारे यहां-वहां जाना पड़ रहा।
यह वीडियो पश्चिम बंगाल के दिर्घाग्राम गांव का है। एनडीआरएफ टीम ने एक गर्भवती महिला को उसके परिवार के साथ एक आपातकालीन चिकित्सा स्थिति में गांव से निकालकर हास्पिटल तक पहुंचाया।
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