अर्पिता मुखर्जी के नाम 31 LIC पॉलिसी, नॉमिनी का नाम सुन रह जाएंगे शॉक्ड

बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी आए दिन नए-नए खुलासे कर रही है। इस घोटाले के मुख्य आरोपी पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी की हिरासत भी अब 5 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। इसी बीच खबर है कि अर्पिता के नाम सिर्फ फ्लैट, कार, दुकानें और कंपनियां ही नहीं बल्कि 31 जीवन बीमा पॉलिसियां भी थीं। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 4, 2022 3:19 PM IST / Updated: Aug 04 2022, 09:01 PM IST

Arpita Mukherjee: पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी आए दिन नए-नए खुलासे कर रही है। इस घोटाले के मुख्य आरोपी पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी की हिरासत भी अब 5 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। इसी बीच खबर है कि अर्पिता के नाम सिर्फ फ्लैट, कार, दुकानें और कंपनियां ही नहीं बल्कि जीवन बीमा भी था। खबर है कि अर्पिता मुखर्जी के नाम 4-6 नहीं बल्कि 31 LIC पॉलिसी हैं। इन सभी पॉलिसियों में नॉमिनी में एक ही शख्स यानी कि पार्थ चटर्जी का नाम है। ऐसे में ईडी अब अपनी जांच का दायरा और बढ़ाने वाली है।  

छापेमारी में अर्पिता के घर से मिला इतना सोना : 
बता दें कि रेड के दौरान अर्पिता के घर से ईडी को आधे-आधे किलो के 4 सोने के कंगन के अलावा 9 नेकलेस, 18 ईयररिंग्स, 7 गोल्ड बार, 7 सोने की चेन, 5 अंगूठी, 11 चूड़ी, 4 गले के हार, 1 सोने का पेन, 1 मांग टीका, 2 पेंडेंट और 1 सोने का सिक्का मिला है।

अर्पिता के घर से मिला इतना कैश : 
इसके अलावा अर्पिता मुखर्जी के दो अलग-अलग घरों से 50 करोड़ रुपए कैश बरामद हुए हैं। इसके साथ ही 20 मोबाइल फोन और 80 लाख रुपए कीमत की विदेशी मुद्रा भी मिली है। बता दें कि पार्थ और अर्पिता एपीए यूटीलिटी कंपनी में पार्टनर भी थे। ईडी ने छापेमारी के दौरान अर्पिता के नाम से रजिस्टर्ड कुछ फर्जी कंपनियों के दस्तावेज भी बरामद किए हैं। 

इन कंपनियों की मालकिन है अर्पिता : 
इसके अलावा अर्पिता मुखर्जी जिन तीन कंपनियों की डायरेक्टर हैं, उनके नाम सिम्बायोसिस मर्चेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, सेंट्रील इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड और अर्पिता एचे एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड हैं। इसके अलावा अर्पिता के नाम एक शेल कंपनी का भी पता चला है, जिसका नाम जमीरा सनशाइन्स लिमिटेड है।

क्या है शिक्षक भर्ती घोटाला : 
- पश्चिम बंगाल के स्कूल सेवा आयोग (SSC) ने 2016 में शिक्षकों की भर्ती के लिए एक परीक्षा आयोजित थी। 2017 में जब इसका रिजल्ट आया तो इसमें सिलीगुड़ी की बबीता सरकार का नाम टॉप-20 में था। इसके बाद आयोग ने ये लिस्ट रद्द कर दी थी। 
- बाद में आयोग ने नई लिस्ट जारी की जिसमें बबीता से 16 नंबर कम पाने वाली अंकिता अधिकारी का नाम टॉप पर था। अंकिता मंत्री परेश अधिकारी की बेटी है। इसके खिलाफ बबीता और कुछ लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई। कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए थे। 
- सीबीआई ने इस मामले में पार्थ चटर्जी से पूछताछ की क्योंकि 2016 में वो शिक्षा मंत्री थे। बाद में इस केस में पैसों के हेरफेर के चलते ईडी की एंट्री हुई। ईडी ने पार्थ चटर्जी और उनके करीबियों के घर छापा मारा। 

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