Explainer: क्या है तिरुपति लड्डू विवाद? चंद्रबाबू नायडू के बयान से छिड़ी बहस

आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने पिछली सरकार वाईएसआर कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह तिरुपति के लड्डू में जानवर की चर्बी मिलवाती थी। जानें तिरुपति लड्डू से जुडे़ महत्वपूर्ण तथ्य… 

Yatish Srivastava | Published : Sep 19, 2024 5:36 AM IST

नेशनल न्यूज। तिरूपति बालाजी के प्रसिद्ध लड्डू को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने विधायक दल की बैठक में ऐसा बयान दिया जिसने बड़ी बहस को जन्म दे दिया है। नायडू सीएम होने के साथ तेलगूदेशम पार्टी के प्रमुख हैं जिन्होंने जन सेना और भाजपा के साथ गठबंधन कर सत्ता हासिल की है। जानिए तिरूपति लड्डू को लेकर नायडू के दावे और जुड़े कई सवालों के जवाब विस्तार से…

प्रश्न: चंद्रबाबू नायडू ने तिरूपति के लड्डू में क्या मिलाए जाने का दावा किया?
उत्तर: आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया कि पिछली वाईएसआर कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान तिरुपति के लड्डू बनाने के लिए घी की जगह पशु की चर्बी का इस्तेमाल किया जाता था। जब से उनकी सरकार आई है इसमें शुद्ध घी का प्रयोग किया जा रहा है। मंदिर की रसोई  को स्वच्छ रखने के लिए कदम उठाए गए हैं। लड्डू की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है।

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प्रश्न: वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने नायडू के आरोपों पर क्या कहा?
उत्तर: वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने चंद्रबाबू नायडू के दावों को खारिज करते हुए इसका खंडन किया हैं। पार्टी की ओर से कहा गया है कि यह दावा दुर्भावनापूर्ण और घटिया राजनीति से प्रेरित है। वाईएसआरसीपी नेताओं का तर्क है कि नायडू की टिप्पणियों से लाखों भक्तों की आस्था को ठेस पहुंची है। मंदिर की पवित्रता प्रभावित हुई है। यह भी कहा कि इस प्रकार के निराधार आरोप और प्रसाद से जुड़ी धार्मिक भावनाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।

प्रश्न: नायडू के बयानों का जनता पर क्या पड़ा असर?
उत्तर: आंध्र प्रदेश के सीएम नायडू के बयान से उपजे विवाद के चलते मंदिर से मिलने वाले प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर यहां आने वाले श्रद्धालुओं में चिंता बढ़ गई है। उनके आरोपों ने मंदिर में खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता नियंत्रण उपायों के बारे में चर्चा को प्रेरित किया। वाईएसआरसीपी नेताओं का कहना है नायडू ने राजनीतिक लाभ के उद्देश्यों से ऐसे दावे किए हैं। 

पढ़ें  जानें कैसे तिरुपति मंदिर में रोज बनते हैं 2.8 लाख लड्डू, लगता है 10 टन बेसन

प्रश्न: हिंदू संस्कृति में तिरूपति लड्डू का क्या महत्व?
उत्तर: श्री वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाने वाला तिरुपति लड्डू का विशेष धार्मिक महत्व है। इसे भगवान वेंकटेश्वर के लिए एक पवित्र प्रसाद माना जाता है। यह आशीर्वाद और दैवीय कृपा का प्रतीक है। अपनी ऐतिहासिक परंपरा, विशिष्ट तैयारी विधियों और सामग्रियों के कारण ये लड्डू अद्वितीय है। ये लाखों हिंदुओं के लिए आस्था का स्तंभ है। 

प्रश्न: कैसे तैयार किया जाता है ये लड्डू?
उत्तर: तिरुपति में मिलने वाले लड्डू प्रसाद को बनाने की खास विधि है। पहले कारीगर मूंगफली का आटा और कच्चे मैटेरियल को स्वचालित मशीनों में डाल देते हैं। मशीन उसका अच्छे से मिक्षण बनाती है। फिर इसमें गरम घी और मेवा डाला जाता है। मशीन लड्डू को आकार देने के लिए दूसरी मशीन में डाल देती है। फिर यहां काजू, किशमिश, मिश्री, चीनी आदि मिलाया जाता है।  

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