प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र में 76000 करोड़ रुपये के वधावन बंदरगाह परियोजना की आधारशिला रखी। क्या है ये परियोजना और देश के अंतराष्ट्रीय कारोबार को इससे क्या लाभ होगा।
नेशनल न्यूज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुकवार को महाराष्ट्र दौरे पर रहे। यहां आज उन्होंने मुंबई में 76000 करोड़ रुपये से बनने वाले वधावन बंदरगाह प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी। उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रोजेक्ट भारत में होने वाले विकास का भी प्रमाण है। इस प्रोजेक्ट के जरिए समुद्र शिपमेंट्स के आने-जाने में आसानी हो जाएगी। बंदरगाह के बनने के बाद भारत के अंतरराष्ट्रीय कारोबार में भी इजाफा होगा साथ ही आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। यह पालघर जिले के दहानू इलाके में बनाया जा रहा है। क्या है वधावन बंदरगाह प्रोजेक्ट और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ाने में यह कैसे फायदेमंद साबित होगा?
क्या है ये करोड़ों की परियोजना
महाराष्ट्र के पालघर जिले में दहानु कस्बे के पास वाधवन बंदरगाह बनने जा रहा है। यह भारत का सबसे बड़े गहरे पानी के बंदरगाहों में से एक है। इस पोर्ट के बनने से देश की समुद्री कनेक्टिवी बढ़ जाएगी। पीएम ने आज इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया है। यह 15 वर्षों में बनकर तैयार हो जाएगा।
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अंतरराष्ट्रीय व्यापार में होगा इजाफा
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तैयार होने से अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट की सीधी कनेक्टिवी मिल सकेगी। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश में विश्वस्तरीय व्यापार के लिए अंतरराष्ट्रीय समुद्री रास्ता खोलना है। इसके बनने के बाद भारत कई देशों के समुद्री मार्ग के जरिए व्यापारिक संबंध स्थापित कर सकता है।
शिपमेंट के आने-जाने में समय की बचत
मुंबई के पास बंदरगाह बनने से शिपमेंट के आने-जाने में समय की बचत होगी और कम दूरी तय करने पर आयात की लागत भी कम होगी। बंदरगाह आधुनिक तकनीक और क्षेत्र की भौगोलिक स्थितियों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। अब तक मुंबई के आसपास बंदरगाह न होने से यहां समुद्री रास्ते से शिपमेंट आने और ले जाने में दिक्कत होती थी।