भारतीय कुश्ती संघ के प्रेसीडेंट बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाकर कई पहलवान धरना दे रहे हैं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर करीब दो सप्ताह से विरोध प्रदर्शन जारी है।
Wrestlers Protest. जंतर-मंतर पर धरना दे पहलवानों को कई राजनैतिक दलों ने समर्थन दिया है। कांग्रेस सहित आम आदमी पार्टी के नेता धरना स्थल पहुंचकर सपोर्ट दे चुके हैं। वहीं अब जानकारी मिली है कि खाप पंचायतें भी पहलवानों के समर्थन में लामबंद हो गई हैं। किसानों का जत्था दिल्ली पहुंच चुका है। किसान नेता राकेश टिकैत भी जंतर-मंतर पहुंचे हैं। वहीं दिल्ली की सीमा से लगे बॉर्डर एरिया में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।
टिकरी बॉर्डर पर जुटे किसानों का प्रदर्शन
दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के फेवर में सिर्फ राजनैतिक पार्टियां ही नहीं बल्कि खाप पंचायतें भी उतर चुकी हैं। पंजाब के कुछ किसान संगठनों ने भी पहलवानों के प्रदर्शन को सपोर्ट किया है। दिल्ली से सटे टिकरी बॉर्डर पर जमा हुए किसानों ने प्रदर्शन किया है। किसानों का यह जत्था दिल्ली में एंट्री कर रहा था, जहां उन्हें पुलिस ने रोक लिया। इसके बाद किसानों ने हाथों में झंडा लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पंजाब के उनके साथ महिलाएं भी आई हैं जिनके साथ खाने पीने और बनाने का सामान है। यह किसान आंदोलन की तरह है, जब प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली की सीमा पर डेरा डाल दिया था और अस्थाई कमरे, किचन तक बना लिए गए थे।
बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई चाहती हैं खाप पंचायतें
शुरूआती जानकारी के अनुसार ज्यादातर खाप पंचायतें इस बात से खफा हैं कि इतने दिनों के बाद भी बृजभूषण शरण सिंह पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। एफआईआर दर्ज करने की खानापूर्ति तो दिल्ली पुलिस ने की है लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ भी नहीं किया गया है। खाप पंचायतों का कहना है कि यदि बृजभूषण सिंह पर कार्रवाई नहीं की गई तो दिल्ली को घेरेंगे। जानकारी के अनुसार 7 मई यानि रविवार को खाप पंचायतें दिल्ली पहुंचने की कोशिश करेंगी।
दीपेंद्र हुड्डा ने क्या बयान दिया
भारतीय कुश्ती संघ के प्रेसीडेंट बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि यह साजिश है और इस विरोध प्रदर्शन के पीछे कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा का हाथ है। कुंडली-मानेसर सीमा पर किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करने पहुंचे दीपेंद्र हुड्डा ने साफ कहा कि वे भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।
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