FIFA World Cup 2022: कतर के कड़े कानूनों से घबराए फुटबॉल प्लेयर्स, फीफा ने टीमों से की यह खास अपील

फीफा विश्वकप 2022 (FIFA World Cup) के लिए फीफा ने सभी टीमों से आग्रह किया है कि सभी टीमें फुटबॉल पर फोकस करें और वैचारिक और राजनैतिक लड़ाईयों से दूर रहें। 20 नवंबर से कतर में फीफा वर्ल्ड कप 2022 का आयोजन किया जाएगा।
 

Manoj Kumar | Published : Nov 4, 2022 9:21 AM IST / Updated: Nov 04 2022, 03:00 PM IST

FIFA World Cup 2022. फीफा के अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो और महासचिव फातमा समौरा ने टीमों से कहा है कि वे कतर में होने वाले विश्व कप 2022 के दौरान फुटबॉल पर ध्यान केंद्रित करें। साथ ही हर तरह की वैचारिक और राजनीतिक लड़ाई में न उलझें। फीफा से विश्व कप 2022 की टीमों को एक पत्र लिखा है जिसके अनुसार फुटबॉल को वैचारिक या राजनीतिक लड़ाई में घसीटने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए। हमें तमाम तरह की नैतिकता आदि की बहस में उलझने की बजाय प्रतियोगिता पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया है।

फीफा अध्यक्ष गियानी इन्फेंटिनो और संगठन के महासचिव फातमा समौरा ने प्रतियोगिता के दौरान एथलीटों के लिए के सिक्योरिटी की बढ़ती मांग के जवाब में यह पत्र लिखा है। खाड़ी देश में बुनियादी ढांचे का निर्माण करने वाले कम वेतन वाले प्रवासी मजदूरों के दुख की बातें और सेम सेक्स संबंधी मामलों को क्राइम बताने वाले कानूनों की वजह से फीफा विश्वकप 2022 प्रभावित हुआ है। इन्फेंटिनो और समौरा ने लेटर लिखा कि कृपया अब फुटबॉल पर ध्यान दें। स्काई स्पोर्ट्स ने यह लेटर सार्वजनिक किया है। फीफा ने लेटर के माध्यम से कहा है कि हम जानते हैं कि दुनियभर में कई तरह का पॉलिटिकल चुनौतियां हैं और फुटबॉल भी उससे अछूता नहीं है। विश्व फुटबॉल संगठन ने टीमों से यह अपील की है कि फुटबॉल को इन वैचारिक और राजनैतिक लड़ाई में घसीटने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए। 

कतर में होने वाली फुटबॉल चैम्पियनशिप प्रतियोगिता को शुरू होने में तीन सप्ताह से भी कम समय बचा है। इसलिए लेटर में विश्वकप में भाग लेने वाले सभी देशों को संबोधित किया गया है। फीफा की कार्यकारी समिति ने 2010 में कतर को विश्व कप की मेजबानी देने का फैसला किया था। इंफेंटिनो ने लेटर में लिखा है कि फीफा में हम दुनिया के बाकी हिस्सों को मोरालिटी पर बात किए बिना सभी तरह के विचारों और विश्वास का सम्मान करना चाहते हैं। दुनियाभर में कई तरह की विविधताएं हैं लेकिन सभी का समावेश ही बेहतर होता है। कोई भी व्यक्ति, राष्ट्र या कल्चर किसी अन्य से बेहतर नहीं और सभी के अपने विश्वास हैं। फुटबॉल भी आपसी सम्मान और भेदभाव न करने की नींव है। हमें सिर्फ फुटबॉल पर ही ध्यान देना चाहिए। 

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