6 साल पहले साक्षी मलिक को इस वजह से मिला था ओलिंपिक में चांस, जानें किससे की है शादी

भारत इस साल आजादी का अमृत महोत्सव (Aazadi Ka Amrit Mahotsav) मना रहा है। 15 अगस्त, 2022 को भारत की स्वतंत्रता के 75 साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर हम बता रहे हैं उन महिला खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने न सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी भारत का नाम रोशन किया है। 

Sakshi Malik: भारत की फ्रीस्टाइल रेसलर साक्षी मलिक ने 6 साल पहले यानी 2016 में ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में हुए ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था। इसके साथ ही साक्षी ओलिंपिक में पदक जीतने वाली पहली महिला रेसलर भी बन गई थीं। हालांकि, इससे पहले साक्षी मलिक ने 2014 में ग्लासगो में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल और 2015 में दोहा की एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल जीता था। 

साक्षी मलिक को ऐसे मिला था मौका : 
बता दें कि साक्षी मलिक 2016 ओलिंपिक में बैकअप खिलाड़ी के तौर पर शामिल हुई थीं। उनकी जगह प्रतियोगिता में पहलवान गीता फोगाट जाने वाली थीं, लेकिन गीता के अचानक खराब प्रदर्शन की वजह से ये मौका साक्षी मलिक को मिला। साक्षी ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और देश को ओलिंपिक में पदक दिलाया। 

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बस कंडक्टर हैं साक्षी मलिक के पिता : 
साक्षी मलिक का जन्म 3 सितंबर 1992 को हरियाणा के रोहतक जिले में हुआ। उनके पिता सुखबीर मलिक दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (डीटीसी) में बस कंडक्टर, जबकि मां सुदेश मलिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं। जाट परिवार से ताल्लुक रखने वाली साक्षी मलिक बचपन से ही पहलवानी में दिलचस्पी रखती थीं। साक्षी के पिता के मुताबिक, मेरी बेटी अपने दादा बदलू राम से इंस्पायर हुई। वो भी रेसलर थे। साक्षी ने सिर्फ 12 साल की उम्र में रोहतक के छोटूराम स्टेडियम अखाड़े में कोच ईश्वर दहिया से ट्रेनिंग ली। 

2010 में मिली साक्षी को पहली कामयाबी : 
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक पेशेवर पहलवान के रूप में साक्षी मलिक को पहली कामयाबी 2010 में जूनियर विश्व चैंपियनशिप में मिली, जहां उन्होंने 58 किलोग्राम फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता। इसके बाद 2014 में डेव शुल्त्स इंटरनेशनल टूर्नामेंट में साक्षी ने 60 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद तो साक्षी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाती गईं। 

रेलवे ने दी साक्षी को नौकरी : 
2020 और 2022 के एशियन चैंपियनशिप में उन्होंने 2 कांस्य पदक अपने नाम किए। साल 2022 की शुरुआत में ही साक्षी ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग सीरीज में गोल्ड मेडल जीता था। खेल जगत में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली साक्षी मलिक को भारतीय रेलवे के वाणिज्य विभाग में नौकरी भी मिली है। इसके साथ ही वो JSW स्पोर्ट्स एक्सीलेंस प्रोग्राम का हिस्सा भी हैं। 

साक्षी मलिक ने इनसे की शादी : 
2016 में रियो डि जेनेरियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद साक्षी मलिक ने साल 2017 में पहलवान खिलाड़ी सत्यव्रत कादियान से शादी कर ली। साक्षी के पति भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के पहलवान हैं। सत्यव्रत कादियान ने कॉमनवेल्थ और नेशनल लेवल कॉम्पिटीशन में कई पदक जीते हैं।

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