Russia-Ukraine War: रूसी और बेलारूसी एथलीटों का भविष्य अधर में, खिलाड़ियों को चुकानी होगी युद्ध की कीमत

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (International Olympic Committee) रूस के खिलाफ खुलकर सामने आ गया है। आईओए ने अंतर्राष्ट्रीय खेल महासंघों और खेल आयोजनों के आयोजकों से कहा है कि वे यूक्रेन पर हमले के कारण अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में रूसी और बेलारूसी एथलीटों को भाग ने लेने दें। 

Russia-Ukraine War: यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ युद्ध छेड़ने के बाद से ही पूरी दुनिया में रूस (Russia) का विरोध हो रहा है। राजनीतिक महत्वकांक्षाओं के चलते छेड़े गए इस युद्ध का नुकसान यूक्रेन की जनता को तो उठाना पड़ ही रहा है, अब इसकी चपेट में अन्य लोग भी आ रहे हैं। रूसी सरकार की गलत नीतियों का भुगतान उनके एथलीटों को चुकाना पड़ सकता है।  

अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (International Olympic Committee) रूस के खिलाफ खुलकर सामने आ गया है। आईओए ने अंतर्राष्ट्रीय खेल महासंघों और खेल आयोजनों के आयोजकों से कहा है कि वे यूक्रेन पर हमले के कारण अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में रूसी और बेलारूसी एथलीटों को भाग ने लेने दें। 

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आईओए ने ये भी कहा है कि सभी प्रतियोगिताओं में रूसी अधिकारियों को आमंत्रित न किया जाए। आईओसी ने यह सिफारिश बीजिंग में चार मार्च से शुरू होने वाले शीतकालीन पैरालंपिक खेलों से कुछ दिन पहले सोमवार को कार्यकारी बोर्ड की बैठक के बाद की है। 

आईओसी ने यह भी कहा है की अगर इस तरह की शॉर्ट नोटिस पर खिलाड़ियों को बाहर करना संभव नहीं है तो आईएफएस और कार्यक्रम के आयोजक यह सुनिश्चित करें कि रूसी और बेलारूस के खिलाड़ी अपने देश के राष्ट्रीय ध्वज के साथ भाग ने ले सकें बल्कि 'तटस्थ खिलाड़ी' के रूप में भाग लें। 

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आईओसी ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा, "यह संगठनात्मक या कानूनी कारणों से कम समय के नोटिस पर संभव नहीं है। आईओसी ईबी अंतर्राष्ट्रीय खेल संघों और दुनियाभर के खेल आयोजनों के आयोजकों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह करता है कि रूस या बेलारूस के किसी भी एथलीट या खेल अधिकारी को अपने देश के नाम के तहत भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाए। रूसी या बेलारूसी खिलाड़ी, चाहे वह व्यक्तियों या टीमों के रूप में हों, केवल तटस्थ एथलीटों या तटस्थ टीमों के रूप में स्वीकार किए जाने चाहिए। कोई राष्ट्रीय प्रतीक, रंग, झंडे या गान प्रदर्शित नहीं किए जाने चाहिए।"

हालांकि इसका दृष्टिकोण हमेशा खिलाड़ियों को उनकी संबंधित सरकारों द्वारा लिए गए निर्णयों के लिए दंडित करने का नहीं रहा है। आईओसी ने कहा, "यूक्रेन पर रूसी आक्रमण और बेलारूस सरकार के समर्थन के मामले में उसने अपना दृष्टिकोण बदलने का फैसला किया है, क्योंकि यूक्रेन के खिलाड़ी शीतकालीन पैरालंपिक खेलों के लिए बीजिंग नहीं पहुंच पा रहे हैं।" 

आईओए ने अपने बयान में आगे कहा, "आईओसी ईबी एथलीटों, खेल अधिकारियों और विश्व ओलंपिक समुदाय के सदस्यों द्वारा शांति के आह्वानों का स्वागत और सराहना करता है। आईओसी विशेष रूप से रूसी एथलीटों द्वारा शांति के आह्वान की प्रशंसा और समर्थन करता है।"

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