CWG2022: तेजस्विन शंकर ने जीता ब्रांज, लांग जम्प में मेडल पाने वाले पहले भारतीय बने

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा बढ़ता जा रहा है। एथलेटिक्स टीम में अंतिम क्षणों में शामिल तेजस्विन शंकर ने बुधवार को पुरुषों की ऊंची कूद में कांस्य जीता है। उन्होंने CWG में लांग ऊंची कूद में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय का गौरव हासिल किया है।

Amitabh Budholiya | Published : Aug 4, 2022 12:45 AM IST / Updated: Aug 04 2022, 06:32 AM IST

बर्मिंघम. कॉमनवेल्थ गेम्स 2022(Commonwealth Games 2022) में भारत के खजाने में एक और मेडल हो गया है। एथलेटिक्स टीम में अंतिम क्षणों में शामिल तेजस्विन शंकर(Tejaswin Shankar wins bronze) ने बुधवार को पुरुषों की ऊंची कूद(CWG high jump) में कांस्य जीता है। उन्होंने CWG में लांग ऊंची कूद में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय का गौरव हासिल किया है। तेजस्विनी ने फाइनल में कांस्य पदक जीता। अपनी जीत के बाद तेजस्विनी ने कहा-"मैं बहुत खुश हूं कि मैंने पदक जीता और एथलेटिक्स में भारत की तालिका खोली। मैं सभी का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया और मुझे मौका दिया। मुझे लगता है कि कॉमनवेल्थ के इतिहास में ऊंची कूद में यह भारत का पहला पदक है।" इधर, महिलाओं के शॉटपुट फाइनल में मनप्रीत कौर 15.69 मीटर के निराशाजनक सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ 12वें और अंतिम स्थान पर रहीं।

नेशनल रिकॉर्ड होल्डर ने इंग्लैंड के जोएल क्लार्क-खान को पीछे छोड़ा
राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक(national record holder) तेजस्वनी ने 2.22 मीटर की दूरी तय करके काउंटबैक में तीसरा स्थान हासिल किया। बहामास के डोनाल्ड थॉमस और इंग्लैंड के जोएल क्लार्क-खान ने भी 2.22 मीटर की दूरी तय की, लेकिन उन्हें ऐसा करने के लिए एक से अधिक प्रयासों की आवश्यकता थी, जबकि शंकर एक ही प्रयास में सफल रहे। 23 वर्षीय शंकर दो प्रयासों में 2.25 मीटर से अधिक ऊंची जम्प नहीं लगा सके। इसके बाद उन्होंने रजत( silver) जीतने के लिए अपने तीसरे और अंतिम प्रयास में 2.28 मीटर की जम्प मारी, लेकिन असफल रहे। न्यूजीलैंड के हामिश केर ने गोल्ड मेडल जीता, जबकि ऑस्ट्रेलिया के ब्रैंडन स्टार्क ने सिल्वर मेडल जीता। दोनों ने 2.25 मीटर की दूरी तय की, लेकिन 2.28 मीटर से अधिक जम्प नहीं लगा सके। कीवी ने काउंट बैक पर स्वर्ण पदक जीता। शंकर से पहले सीडब्ल्यूजी में पुरुषों की ऊंची कूद में एक जिस भारतीय ने जो सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल किया था, वो भीम सिंह थे। उन्होंने एडिनबर्ग में 1970 के एडिशन में 2.06 मीटर की दूरी तय की थी।

उत्साहित शंकर ने कहा
उत्साहित शंकर ने कहा, "मेरे पास एक लंबा (यूएस) कॉलेजिएट सीजन था। मैंने जनवरी में कूदना शुरू कर दिया था, लेकिन यहां कांस्य प्राप्त करना एक सपने के सच होने जैसा है और मैं अपने साथ कुछ घर वापस लेकर खुश हूं।" शंकर ने 2018 गोल्ड कोस्ट एडिशन में 2.24 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ छठा स्थान हासिल किया था। दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर भारतीय एथलेटिक्स टीम में शामिल किए गए शंकर का सीजन का सर्वश्रेष्ठ 2.27 मीटर और व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 2.29 मीटर है।

22 जुलाई को, शंकर को राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल करने के लिए मंजूरी दे दी गई थी दरअसल एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) द्वारा निर्धारित योग्यता मानक हासिल करने के बावजूद राष्ट्रमंडल खेलों के लिए नहीं चुने जाने के बाद शंकर ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। करीब एक महीने की लड़ाई के बाद शंकर कोर्ट से जीते और फिर आयोजकों ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के अनुरोध पर उनकी प्रविष्टि को स्वीकार कर लिया था। आयोजकों ने शुरू में शंकर के देर से प्रवेश को खारिज कर दिया था।

राष्ट्रीय महासंघ ने बाद में दिल्ली एचसी को बताया कि शंकर को 4×400 मीटर रिले टीम के सदस्य अरोकिया राजीव के स्थान पर भारतीय एथलेटिक्स टीम में शामिल किया गया है, जिन्हें मूल टीम में नामित किया गया था। शंकर ने दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर उन्हें टीम से बाहर करने के एएफआई के फैसले को चुनौती दी थी। इसमें कहा गया था कि वह यूएसए में एनसीएए चैंपियनशिप में 2.27 मीटर की छलांग लगाकर एएफआई के योग्यता दिशानिर्देशों तक पहुंचे थे।

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