कोरोना वायरस ने पूरे देशक के लोगों को घरों में कैद कर रखा है। देश में करीब 40 दिनों से लॉकडाउन है। ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कत किसानों को हो रही है। संक्रमण के कारण उन्हें मजदूर नहीं मिल रहे हैं। यही कारण है कि अब फसल की कटाई खुद इंटनेशनल खिलाड़ियों को करनी पड़ रही है।
स्पोर्ट्स डेस्क: कोरोना वायरस ने पूरे देशक के लोगों को घरों में कैद कर रखा है। देश में करीब 40 दिनों से लॉकडाउन है। ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कत किसानों को हो रही है। संक्रमण के कारण उन्हें मजदूर नहीं मिल रहे हैं। यही कारण है कि अब फसल की कटाई खुद इंटनेशनल खिलाड़ियों को करनी पड़ रही है। खेती-किसानी के काम में जुटे इन खिलाड़ियों में बॉक्सर अमित पांघल, रिंकु हुड्डा और मनोज कुमार सहित महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी पूनम मलिक शामिल हैं।
रिंकु हुड्डा फसल की कटाई करवा रहे हैं
Rio पैरालिंपिक गेम्स के जेवलिन में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले रिंकु हुड्डा ने कहा, ' लॉकडाउन के चलते मैं इस समय मशीन से गेंहूं की कटाई करा रहा हूं। 9 एकड़ की कटाई पूरी हो गई है। आधी एकड़ और बची है। इसे भी बारिश से पहले जल्द से जल्द कटवा दूंगा, और पैकिंग का भी काम शुरू हो जाएगा।
किसान पुत्र होने के नाते संतुष्टि मिल रही
वहीं 2019 में वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में देश के लिए सिल्वर मेडल जितने वाले पहले बॉक्सर अमित पांघल भी इन दिनों खेती के काम में परिवार की मदद कर रहे हैं। अमित कहते हैं कि मैं ज्यादातर बॉक्सिंग के कारण गेहूं की कटाई के समय गांव से बाहर रहा हूं इसलिए मुझे कभी गेहूं की कटाई करने का मौका नहीं मिला। लेकिन अब लॉकडाउन की वजह से गांव में हूं और
परिवार वालों के बिना कहे ही सहयोग कर रहा हूं। मुझे एक किसान पुत्र होने के नाते संतुष्टि मिल रही है।
पूनम ने पहली बार गेहूं की कटाई की
200 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकीं हिसार की हॉकी खिलाड़ी पूनम मलिक भी इन दिनों लॉकडाउन की वजह से गांव में ही हैं। वे कहती हैं कि संक्रमण के कारण ट्रेनिंग कैंप स्थगित हो गए हैं। वहीं गांव में गेहूं की कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में मेरा परिवार खूद गेंहूं की कटाई कर रहा है। और मैं भी पहली बार गेहूं कटाई करने के लिए खेत में जा रही हूं। मलिक बताती हैं कि वे अपने परिवार के सद्स्यों के साथ चार दिन से गेहूं की कटाई कर रही हैं। परिवार के ही कुल पांच लोग मिलकर सुबह और शाम जाकर कुल चार दिनों में एक एकड़ गेहूं की कटाई कर चुकी हैं।
मौज-मस्ती में कई बार कर चुके हैं गेहूं की कटाई
वहीं दो बार ओलिंपिक में बॉक्सिंग टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके मनोज कुमार बताते हैं कि 1999 के बाद यह दूसरा मौका है, जब मैं गेहूं की कटाई के सीजन में अपने गांव में हूं। मनोज कहते हैं कि मैं बचपन में तो कई बार मौज-मस्ती में गेहूं की कटाई की है। लेकिन लॉकडाउन के कारण इस बार सही मायने में खेतों में जाकर गेहूं की कटाई कर रहा हूं।