केरल में सोशल मीडिया के माध्यम से कथित रूप से बाल अश्लीलता (चाइल्ड पोर्नोग्राफी) फैलाने को लेकर 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 20 लोगों के विरूद्ध मामले दर्ज किये गये हैं।
तिरूवनंतपुरम. केरल में सोशल मीडिया के माध्यम से कथित रूप से बाल अश्लीलता (चाइल्ड पोर्नोग्राफी) फैलाने को लेकर 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 20 लोगों के विरूद्ध मामले दर्ज किये गये हैं।
एक साथ 21 जगहों पर मारा छापा
केरल पुलिस की बाल यौन उत्पीड़न निरोधक इकाई (सीसीएसई) द्वारा राज्य में 21 स्थानों पर छापा मारे जाने के बाद यह कार्रवाई हुई है। सीसीएसई इंटरपोल की बच्चों के विरूद्ध अपराध संबंधी इकाई और इंटरनेशनल सेंटर फोर मिसिंग एंड एक्सप्लॉयटेड चिल्ड्रेन के साथ मिलकर काम करती है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई भाषा को बताया कि 12 अक्टूबर को सुबह छह बजे छापा शुरू हुआ था जो रविवार को करीब एक बजे समाप्त हुआ।
इंटरपोल की मदद से चलाया अभियान
पुलिस ने एक विज्ञप्ति में बताया कि गिरफ्तार किये गये व्यक्तियों के पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन मॉडम, हार्ड डिस्क, मेमोरी कार्ड, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रोनिक उपकरण जब्त किये गये। पुलिस ने बताया कि जिन व्हाट्सग्रुपों पर बाल अश्लीलता फैलायी जा रही थी, उनकी भी पहचान कर ली गयी है। पुलिस व्हाट्सअप, टेलीग्राम और फेसबुक पर विभिन्न ग्रुपों पर कड़ी नजर रख रही है। इंटरपोल की मदद से पुलिस द्वारा चलाया गया यह तीसरा विशेष अभियान था। इससे पहले अप्रैल और जून में ऐसा ही अभियान चलाया गया था।
पुलिस ने बताया कि इस अभियान के तहत उसने कई ऐसे सोशल मीडिया ग्रुपों और 126 व्यक्तियों की पहचान की जिन पर बड़े पैमाने पर बाल अश्लीलता फैलाने का संदेह है।
(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है। एशियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)