एक प्रेस कांफ्रेंस में यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी उत्पल पर्रिकर को आप में शामिल करने पर विचार करेगी, केजरीवाल ने कहा, मैं मनोहर पर्रिकर का सम्मान करता हूं। अगर उत्पल चाहते हैं तो उनका स्वागत है।
पणजी : गोवा में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव (Goa Election 2022) की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। शह-मात का खेल जारी है। अब आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (arvind kejriwal) ने बीजेपी को पटखनी देने एक नई चाल चल दी है। दरअसल दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (manohar parrikar) के बेटे उत्पल पर्रिकर (utpal parrikar) और बीजेपी के बीच इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा। टिकट को लेकर लगातार जुबानी जंग चल रीह है ऐसे में इस मौके को भांपते हुए केजरीवाल ने उत्पल को अपनी पार्टी में आने का न्योता देकर बीजेपी को असहज कर दिया है।
क्या कहा केजरीवाल ने
दरअसल, जब गोवा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अरविंद केजरीवाल से पूछा गया कि क्या मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल आप में शामिल हो सकते हैं, तो उन्होंने कहा, मैं पर्रिकर जी का सम्मान करता हूं। उनका स्वागत है। कोई गैर बीजेपी पार्टी यदि गठबंधन के लिए आती है तो हम विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि गोवा के मौजूदा हालात के लिए पुरानी पार्टियां जिम्मेदार हैं। युवा इस बात से नाराज हैं कि हमारे साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है, भ्रष्टाचार को हम ही खत्म कर सकते हैं, और कोई नहीं है। कांग्रेस उम्मीदवार चुनाव के बाद भाजपा (BJP) में शामिल होंगे, इसलिए कांग्रेस (congress) को वोट देने का कोई मतलब नहीं है। लोगों को हम पर भरोसा करना चाहिए, क्योंकि हमने दिल्ली में काम किया है। आजादी के बाद से हमारी पार्टी इकलौती ईमानदार पार्टी है।
बीजेपी से क्यों नाराज हैं उत्पल
बता दें कि उत्पल पर्रिकर इस बार विधानसभा चुनाव में पणजी (Panjim) विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अगर बीजेपी उत्पल को टिकट नहीं देती है तो वे निर्दलीय भी मैदान में उतर सकते हैं। ऐसी स्थिति में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मनोहर पर्रिकर गोवा में बेहद ही लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे और वे रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके थे। ऐसे में उत्पल की नाराजगी बीजेपी को भारी पर सकती है।
उत्पल का प्रचार जारी
उत्पल ने अपने पिता मनोहर पर्रिकर की सीट रहे पणजी में घर-घर जाकर प्रचार शुरू कर दिया है। बता दें कि 2019 में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद बीजेपी ने इस सीट से सिद्धार्थ श्रीपाद कुंकलिएन्कर को टिकट दिया था। हालांकि, इस चुनाव में कांग्रेस के बाबुश मोनसेरेट ने जीत हासिल की और बीजेपी से सीट छीन ली। 2019 में बाबुश समेत कांग्रेस के 10 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए। इतना ही नहीं बाबुश की पत्नी जेनिफर को सरकार में अहम राजस्व विभाग दिया गया था। बताया जा रहा है कि बाबुश इस सीट को छोड़ने के मूड में नहीं है, वहीं उत्पल यहीं से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
उत्पल को टिकट क्यों नहीं देना चाहती बीजेपी
दरअसल बीजेपी को डर है कि कहीं बाबुश से यह सीट उत्पल को दी गई, तो पार्टी के लिए मुसीबत बन सकती है। बाबुश पणजी से विधायक हैं। उनकी पत्नी तालेगांव से विधायक हैं। उनके बेटे पणजी के मेयर हैं। बाबुश का असर आसपास की 5-6 विधानसभा सीटों पर हैं। उत्पल जहां इस बार चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं। वहीं बीजेपी गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने भी उत्पल की संभावित उम्मीदवारी पर कहा है कि, पार्टी किसी को सिर्फ इसलिए टिकट नहीं दे सकती, क्योंकि वह एक नेता का बेटा है। जिसके बाद उत्पल ने भी उन पर पलटवार किया था और बीजेपी पर आरोप भी मढ़े थे।
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