आयुष ग्लोबल समिट में WHO के डायरेक्टर ने गुजराती बोल जीता दिल, फिर पीएम मोदी ने जो कहा सभी की हंसी छूट गई

पीएम मोदी ने कहा कि यह पहला मौका है जब इस तरह का सम्मेलन आयोजित हो रहा है। कोरोना के दौरान आयुष काढ़ा और इसी तरह के अन्य उत्पादों ने लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम किया। इस साल अब तक 14 स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो चुके हैं। विश्वास है कि जल्द ही कई और स्टार्ट-अप्स इस क्षेत्र में सामने आएंगे।

Asianet News Hindi | Published : Apr 20, 2022 8:23 AM IST / Updated: Apr 20 2022, 02:06 PM IST

गांधीनगर : गुजरात (Gujarat) के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने दौरे के आखिरी दिन गांधीनगर के महात्मा मंदिर में ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट (Global AYUSH Investment and Innovation Summit) का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस घेब्येयियस, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और भारत के आयुष ​मंत्री सर्वानंद सोनोवाल भी मौजूद रहे। इस दौरान एक पल ऐसा भी आया जब हर किसी के चेहरे पर मुस्कान दिखाई दी।

पीएम मोदी की इस बात से सभी मुस्करा पड़े
हुआ यूं कि इस सम्मेलन को संबोधित करने मंच पर WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस घेब्येयियस पहुंचे। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत गुजराती में की और कहा कि मैं महात्मा गांधी की भूमि पर आकर खुद को सौभाग्यशाली मान रहा हूं। इसके बाद जब पीएम मोदी मंच पर बोलने पहुंचे तो उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि डॉ. टेड्रोस उनके बहुत अच्छे मित्र हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें इंडिया के टीचर ने पढ़ाया है। आज डॉ. टेड्रोस कह रहे थे कि वे पक्के गुजराती हो गए हैं तो उनका नाम भी गुजराती क्यों न रख दिया जाए। आज से मैं अपने दोस्त का नाम तुलसी भाई रखता हूं। जिसके बाद वहां बैठे सभी लोगों की हंसी छूट गई।

केन्या की रोजमेरी का किस्सा सुनाया
इस दौरान पीएम मोदी ने केन्या के प्रधानमंत्री ओडिंगा की बेटी रोज मेरी का किस्सा सुनाया और उनके जीवन में आई चुनौतियों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ओडिंगा ने दुनियाभर में रोजमेरी के इलाज की कोशिश की लेकिन उनके आंखों की रोशनी भारत में आयुर्वेद के इलाज के बाद ठीक हुई और आंखों की रौशनी लौटी। पीएम ने कहा कि उनकी बहन ट्रैडिशनल मेडिसीन की टीचर हैं।

8 बिलियन अमेरिकी डॉलर आयुष क्षेत्र
पीएम मोदी ने बताया कि साल 2014 में आयुष का क्षेत्र तीन बिलियन अमेरिकी डॉलर का हुआ करता था, जो अब 18 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा, औषधीय पौधे लगाने के लिए किसानों को बाजार से आसानी से जुड़ने की सुविधा मिले इस दिशा में काम किया जा रहा है। सरकार आयुष ई-मार्केटप्लेस का विस्तार करने के साथ उसको मॉर्डनाइज करने की दिशा में भी काम कर रही है। हम एक विशेष आयुष चिह्न बनाने जा रहे हैं। यह सिंबल देश में बने उच्चतम गुणवत्ता वाले आयुष उत्पादों पर लगेगा।

आयुष वीजा कैटेगरी शुरू करेंगे-पीएम 
प्रधानमंत्री ने समिट को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी विरासत मानवता के लिए विरासत की तरह है, हम वसुधैव कुटुंबकम वाले लोग हैं। 'सर्वे संतु निरामया' ही हमारे जीवन का मंत्र है। उन्होंने कहा कि भारत जल्द आयुष वीजा कैटेगरी शुरू करने जा रहा है। इससे जो विदेशी भारत आकर आयुष चिकित्सा का लाभ लेना चाहते हैं, उनको काफी फायदा होगा। यह सुविधा जल्द से जल्द ही शुरू होगी।

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