Himachal के सपूत Vivek kumar भी शहीद, बेटे का पहला बर्थडे सेलिब्रेट की थी तैयारी..उससे पहले आ गई शहादत की खबर

तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर (Coonoor) में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका (Madhulika Rawat) समेत 13 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) अकेले बचे हैं। वे बुरी तरह झुलस गए हैं और उनकी हालत गंभीर है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 9, 2021 6:28 AM IST

धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा (Kangra) जिले के पैरा कमांडो विवेक कुमार (29 साल) का भी तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कन्नूर (Coonoor) में हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में निधन हो गया। विवेक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत (Bipin Rawat) के साथ ही थे और उनके पीएसओ थे। विवेक अपने पीछे पांच महीने का बेटा, पत्नी और माता-पिता को छोड़ गए हैं। वह तीन भाई बहनों में सबसे बड़े थे। विवेक का गांव अपर ठेहडू में हर कोई शोक में है। ये गांव जयसिंहपुर इलाके में आता है।

जानकारी के अनुसार, लांस नायक विवेक कुमार (Lance Naik Vivek Kumar) 12वीं की शिक्षा पास करके 2012 में जैक राइफल में भर्ती हुए थे। बाद में वे पैरा कमांडो में चले गए थे। साल 2020 में विवेक की शादी हुई थी और पांच माह पहले सितंबर में एक बेटे के पिता बने थे। विवेक की अपने बेटे की पहला जन्मदिन धूमधाम से मनाने की तमन्ना अधूरी रह गई। उनके पिता रमेश चंद दिहाड़ी का काम करते हैं, जबकि मां आशा देवी गृहिणी हैं। विवेक का एक छोटा भाई है, जो बैजनाथ के चौबीन में बेकरी में काम करता है। एक बहन की शादी हो गई है। विवेक अक्टूबर में छुट्टी पर घर आए थे। विवेक की ससुराल भी इलाके में ही कोसरी गांव में है।  

सेना ने गांव के प्रधान को किया था फोन
ठेहडू पंचायत के प्रधान विनोद कुमार ने बताया कि आर्मी की तरफ से उन्हें फोन कॉल आया था। बुधवार करीब शाम 4 बजे फोन कॉल आया और सेना ने लांस नायक विवेक कुमार के पारिवारिक सदस्यों के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा, कोई जानकारी नहीं दी गई थी। कांगड़ा के जिलाधिकारी निपुण जिंदल ने भी कहा कि उनके पास विवेक के शहीद होने की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। हालांकि, कांगड़ा के लोकसभा सांसद किशन कपूर और राज्यसभा सदस्य इंदू गोस्वामी ने सोशल मीडिया पर विवेक के शहीद होने की जानकारी दी और श्रद्धांजलि दी। विवेक के गांव में मातम पसरा है।

घर में कहा था- बेटे का पहला जन्मदिन धूमधाम से मनाएंगे
चचेरे भाई सुरजीत कुमार ने बताया कि विवेक तीन महीने पहले करीब डेढ़ महीने की छुट्टी लेकर पैतृक गांव आए थे। विवेक ने ये छुट्टी अपने बेटे के जन्म के बाद ली थी। इस दौरान वे बेटे के जन्म पर कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं कर पाए थे। उन्होंने परिवार से कहा था कि जब उनका बेटा एक साल का हो जाएगा तो उसका पहला जन्मदिन धूमधाम से मनाएंगे। बेटे के पहले जन्मदिन पर बड़ा कार्यक्रम करेंगे, लेकिन विवेक की यह तमन्ना अधूरी रह गई।

9 साल तक सेना में सेवाएं दीं
विवेक ने सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोसरी में शिक्षा प्राप्त की थी। इसके बाद वह सेना में भर्ती हो गए थे। करीब 9 साल तक सेना में सेवाएं दीं। विवेक के निधन की खबर सुनने के बाद जयसिंहपुर समेत पूरे कांगड़ा जिले में शोक की लहर छा गई। सोशल मीडिया पर विवेक कुमार को हजारों लोगों ने श्रद्धांजलि दी। विधायक रविन्द्र धीमान ने भी फेसबुक पोस्ट पर विवेक कुमार को श्रद्धांजलि दी। 

ये है मामला
तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर (Coonoor) में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका (Madhulika Rawat) समेत 13 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) अकेले बचे हैं। वे बुरी तरह झुलस गए हैं और उनकी हालत गंभीर है। इस घटना से देशभर में शोक की लहर है। सीडीएस समेत जवानों को जानने वाले लोग बेहद स्तब्ध हैं और उन्हें याद कर रहे हैं। 

आज दिल्ली लाया जाएगा पार्थिव देह
जनरल रावत तमिलनाडु के वेलिंगटन स्थित सैन्य स्टाफ कॉलेज के एक समारोह में हिस्सा लेने के लिए बुधवार सुबह दिल्ली से वायुसेना के विशेष विमान से सुलूर आर्मी बेस पहुंचे थे। सुलूर बेस पर वायुसेना के हेलिकॉप्टर में जनरल रावत और उनकी पत्नी व अन्य लोग सवार हुए थे। दोपहर करीब 12.20 बजे हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम तक सैन्य विमान से दिल्ली लाया जाएगा। शुक्रवार को पति-पत्नी के शवों को उनके घर लाया जाएगा और सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद कामराज मार्ग से दिल्ली कैंटोनमेंट के बराड़ चौराहा श्मशान घाट तक अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। यहां अंतिम संस्कार होगा।

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