आपने बेटे की चाहत में बेटी त्यागने की खबरें बहुत पढ़ी-सुनी होंगी, लेकिन यह मामला एकदम उलट है। यह शर्मनाक घटना गुजरात के सूरत की है। गनीमत रही कि झाड़ियों में पड़े नवजात पर किसी की नजर पड़ गई और उसकी जिंदगी बच गई।
सूरत, गुजरात. तीन बेटों के बाद जब एक दम्पती के यहां चौथी बार भी बेटा जन्मा, तो उनकी भावनाएं दम तोड़ गईं। उन्होंने अपने चौथे बेटे को झाड़ियों में करने के लिए फेंक दिया। यह शर्मनाक घटना गुजरात के सूरत के चौक बाजार थाने की है। गनीमत रही कि झाड़ियों में पड़े नवजात पर वहां से गुजर रहे एक JCB ड्राइवर की नजर पड़ गई और उसकी जिंदगी बच गई। बच्चे को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहां उसकी हालत ठीक है। इस बीच पुलिस ने दम्पती को पकड़ लिया है। बच्चे को सिंगणपोर इलाके में पिछले दिनों फेंका गया था। उसके रोने की आवाज सुनकर JCB के ड्राइवर की उस पर नजर पड़ गई थी। उसकी सूचना पर चौक बाजार थाना पुलिस और 108 एम्बुलेंस की टीम मौके पर पहुंची।
बगैर कपड़े झाड़ियों में पड़ा-पड़ा ठिठुर रहा था बच्चा
बच्चा बगैर कपड़े झाड़ियों में पड़ा-पड़ा ठिठुर रहा था। बच्चे को सिविल हॉस्पिटल में रखा गया है। पुलिस ने जब पड़ताल की, तो बच्चे के माता-पिता का पता चल गया। पुलिस ट्रक ड्राइवर मंगू भाई बंजारा और उसकी पत्नी गंगा बेन तक जा पहुंची। उन्होंने अपनी गलती कबूल कर ली। दम्पती ने बताया कि उनके पहले से ही तीन बेटे हैं। इस बार वे बेटी चाहते थे। जब चौथी बार भी बेटा हुआ, तो वे उसे अपनाना नहीं चाहते थे। JCB ऑपरेटर अजय वणझारा ने बताया कि जब उनकी नजर बच्चे पर पड़ी, तो उन्होंने पुलिस को कॉल किया। बच्चे को उठाकर उसे अपनी शर्ट ओढ़ा दी।