महिला कांग्रेस ने राज्य में कई सीटों पर महिलाओं के लिए दावा किया है और यूपी की तरह 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने का फॉर्मूले यहां भी लागू करने को कहा है। दरअसल, राज्य में कई महिला नेता विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांग रही है। वहीं, कांग्रेस ने यूपी में महिलाओं के लिए 40 फीसदी टिकट का ऐलान किया है।
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव ( Uttarakhand Assembly Elections) से पहले कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि पार्टी इस बार एक परिवार एक टिकट के फॉर्मूले पर नेताओं को टिकट देगी। ऐसे में उन बड़े दिग्गज नेताओं को झटका लगा है, जो खुद तो दावेदारी कर ही रहे थे, साथ ही अपने बेटे-बेटियों और पत्नी के लिए भी टिकट की मांग कर रहे थे। इतना ही नहीं, इन नेताओं की मांग पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी समर्थन में थे। हालांकि, पार्टी के निर्णय के आगे सबकी दावेदारी ठंडी पड़ने लगी थी। लेकिन, अब एक बार फिर पार्टी की मुश्किलें महिला कांग्रेस (Mahila Congress) ने बढ़ा दी हैं।
महिला कांग्रेस ने राज्य में कई सीटों पर महिलाओं के लिए दावा किया है और यूपी की तरह 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने का फॉर्मूले यहां भी लागू करने को कहा है। दरअसल, राज्य में कई महिला नेता विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांग रही है। वहीं, कांग्रेस ने यूपी में महिलाओं के लिए 40 फीसदी टिकट का ऐलान किया है और उत्तराखंड कांग्रेस की महिला नेता इस फॉर्मूले को राज्य में लागू करने की मांग कर रही हैं। वहीं, हरिद्वार की तीन सीटों पर महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सीएम हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत दावेदारी कर रही हैं।
उत्तराखंड में भी यूपी का फॉर्मूला लागू करने की मांग कर रहीं महिलाएं
अनुपमा ने जिले की लक्सर, खानपुर और हरिद्वार ग्रामीण की एक सीट पर टिकट देने की मांग की है। इसके साथ ही महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य ने भी नैनीताल से टिकट की मांग की है, जबकि महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सरोजिनी कैंतुरा की बहू और दुगड्डा ब्लॉक की प्रधान रूची कैंतूरा ने भी टिकट का दावा किया है। सरिता के मुताबिक यूपी की तर्ज पर उत्तराखंड में महिलाएं पार्टी हाइकमान से 40 फीसद टिकट की मांग कर रही हैं और अभी तक राज्य की 70 सीटों के लिए 31 महिलाओं के नाम सौंपे जा चुके हैं।
तो इसलिए सरिता के बिगड़े सियासी समीकरण
महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य खुद के लिए टिकट मांग रही हैं और उनके नैनीताल सीट पर सियासी समीकरण गड़ाबड़ा गए हैं। बता दें कि हाल ही पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य की कांग्रेस में वापसी हुई है और जिस सीट से सरिता टिकट मांग रही हैं, वहां से संजीव विधायक हैं और मौजूदा विधायक होने के कारण मजबूत हैं, जिसके बाद सरिता आर्य की दावेदारी कमजोर हो गई है।
ये महिला नेता भी दावेदार
महिला कांग्रेस में रुड़की सीट से रश्मि चौधरी, पिथौरागढ़ से अंजु लुंठी, लैंसडौन से ज्योति रौतेला, रंजना रावत, राजपुर से वैजयंतीमाला उर्फ कमलेश रमन, लोहाघाट से निर्मला गहतोड़ी, गदरपुर से रीना कपूर, सहसपुर से नजमा खान, रुद्रपुर से मीना शर्मा, रानीपुर से विमला पांडेय और लालकुआं सीट पर संध्या डालाकोटी ने दावेदारी की है।
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