पाकिस्तान में 'कलह' से बचकर भागे ये पूर्व MLA अब घर की 'कलह' में फंसे

आमतौर पर भले पति-पत्नी के बीच आए दिन 'तू-तू, मैं-मैं' होती रहती हो, लेकिन करवाचौथ पर हमेशा घर में शांति रहती है। लेकिन पाकिस्तान में 'कलह' के चलते इंडिया में शरण लेने वाले पाक के पूर्व MLA करवाचौथ पर ही पत्नी से झगड़े पड़े।

खन्ना. यह हैं पाकिस्तान के पूर्व MLA बलदेव कुमार। ये पाकिस्तान से जान बचाकर इन दिनों भारत में शरण लिए हुए हैं। पाकिस्तान की 'कलह' से भागे बलदेव कुमार अब घर की 'कलह' में फंस गए हैं। नतीजा, करवाचौथ पर ही पत्नी ने उन्हें थाने पहुंचवा दिया। हालांकि पुलिस ने दोनों बीच सुलह कराई, तब दोनों एक साथ घर को रवाना हुए।

यह है विवाद...
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा (केपीके) राज्य की बारीकोट सीट से MLA रहे बलदेव कुमार पर पत्नी को परेशान करने का आरोप है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के नेता रहे बलदेव कुमार पर उनकी सास  ज्योति ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस से की शिकायत में ज्योति ने कहा कि वे अपनी पत्नी भावना के अलावा सभी को तंग कर रहे हैं। इसे लेकर बलदेव के ससुरालवाले खन्ना एसपी से भी मिले थे। करवाचौथ पर फिर विवाद बढ़ गया। इस पर ज्योति ने पुलिस की हेल्पलाइन-112 पर कॉल कर दिया। पुलिस आई और बलदेव को अपने साथ थाना सिटी ले गई। हालांकि बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। एसएचओ कुलजिंदर सिंह ने बताया कि बलदेव कुमार पर परिवार के पालन-पोषण के लिए कोई काम न करने का आरोप लगाया गया  है।

Latest Videos

यह है बलदेव कुमार की कहानी..
पाकिस्तान के हालात बहुत खराब हैं। स्थितियां यह हैं कि PAK प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी से जुड़े लोग भी दहशत में जी रहे हैं। पाकिस्तान में लंबा टॉर्चर झेलने के बाद वीजे पर भारत पहुंचे बलदेव खैबर अपने मुल्क लौटना नहीं चाहते। उन्होंने भारत सरकार से राजनीतिक शरण मांगी है। बलदेव खैबर इमरान खान की पार्टी 'पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ' के नेता रहे हैं। वे पख्तून ख्वा प्रांत की बारीकोट(रिजर्व) से विधायक रहे हैं। लेकिन अब उन्हें अपनी जिंदगी बचाकर भागना पड़ रहा है।

36 घंटे के विधायक
43 साल के बलदेव बलदेव का आरोप है कि पाकिस्तान में उन्हें हत्या के एक झूठे आरोप में 2 साल जेल में रखा गया। वे 2018 में बरी हुए। दरअसल, 2016 में बारीकोट के सिटिंग एमएलए की हत्या कर दी गई थी। बलदेव पर इसका इल्जाम लगा था। पाकिस्तानी कानून के मुताबिक, अगर किसी विधायक की मौत हो जाए, तो दूसरे नंबर पर रहने वाले उम्मीदवार को जीता मान लेते हैं। इस तरह वे 2018 में बरी होने के बाद शपथ लेकर मात्र 36 घंटे के विधायक बन सके। इसके बाद कार्यकाल खत्म हो गया। बलदेव 12 अगस्त को भारत पहुंचे थे। बलदेव की शादी 2007 में पंजाब के खन्ना की रहने वाली भावना से हुई थी। इनके दो बच्चे हैं- 11 साल की रिया और 10 साल का सैम। बेटी को थैलेसीमिया रोग है।

Share this article
click me!

Latest Videos

महाराष्ट्र में महायुति की ऐतिहासिक जीत के साथ महा विकास अघाड़ी को लगा है एक और जबरदस्त झटका
दिल्ली में बुजुर्गों के लिए बड़ी खुशखबरी! AAP ने दिया बहुत बड़ा तोहफा
संभल मस्जिद विवाद: हिंसा के बाद इंटरनेट सेवा पर रोक, स्कूल-कॉलेज बंद
राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच हुई तीखी बहस
संभल जामा मस्जिद: क्यों उग्र हो गई भीड़, हालात हुए तनावपूर्ण । Sambhal Jama Masjid Dispute