
चंडीगढ़. पंजाब में एक दो महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। प्रदेश में सियासत पूरी तरह गरमाई हुई है। इस बार का चुनाव हर बार की तरह अलग होगा। क्योंकि अब चुनावों में दिल्ली बॉर्डर पर सालभर आंदोलन करने के बाद लौटे किसान संगठनों ने भी ताल ठोक दी है। इसी बीच किसान संगठनों ने बलबीर सिंह राजेवाल को यूनाइटेड फ्रंट का सीएम चेहरा घोषित कर दिया है।
आप के साथ हो सकता है गठबंधन
मीडिया में चर्चा चल रही है कि संयुक्त किसान मोर्चा आम आदमी पार्टी (AAP) से गठबंधन कर सकता है। सूत्रों की मानें तो किसान संगठन राज्य की 30 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। बताया जा रहा है कि आप पंजाब में सरकार बनने पर डिप्टी सीएम का फॉर्मूला तय किया जा रहा है।
12वीं पास हैं किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल
भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख बलबीर सिंह राजेवाल किसान आंदोलन में बड़ा चेहरा बनकर सामने आए हैं। राजेवाल ही वह शख्स हैं जो पूरी ताकत से आंदोलन को गैर सियासी और गैर धार्मिक बनाने की वकालत करते रहे हैं। 77 वर्षीय बलबीर सिंह पंजाब के खन्ना ज़िले के राजेवाल गांव से हैं। वह खन्ना के एएस कॉलेज से 12वीं पास हैं।
पंजाब में यहां राजेवाल का है दबदबा
राजेवाल भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक नेताओं में से एक हैं। खन्ना और समराला में उनका दबदबा रहा है। बता दें कि इससे पहले राजेवाल के राजनीति में आने के कयास लगते रहे हैं, लेकिन अब वह पूरी तरह से राजनीति में आ गए हैं। बलबीर सिंह राजेवाल मालवा कॉलेज की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष भी हैं।
ये 7 संगठन चुनाव लड़ने को तैयार नहीं...
शुक्रवार को लुधियाना के मुल्लापुर में किसान संगठनों की बैठक हुई। इसमें पंजाब के 7 किसान संगठन कीरती किसान यूनियन, क्रांतिकारी किसान यूनियन, बीकेयू-क्रांतिकारी, दोआबा संघर्ष कमेटी, बीकेयू सिद्धुपुर, किसान संघर्ष कमेटी, जय किसान आंदोलन ने चुनाव लड़ने पर असहमति जताई। उनका कहना था कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन इलाके में उनका सहयोग कर सकते हैं। इन सातों संगठनों ने अन्य किसान संगठनों को ये भी कहा है कि चुनाव प्रचार में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर और पोस्टर भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
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