बता दें कि पिछले चुनाव में बीजेपी ने शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन किया था, तब भाजपा ने अकाली दल की बात मानी और छोटे भाई की भूमिका निभाई थी। इस बार भी भाजपा की तरफ से अपने पारंपरिक सहयोगी अकाली दल की ओर गठबंधन का हाथ बढ़ाया था।
चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में महीनेभर का वक्त बचा है। ऐसे में भाजपा ने भी अपने पत्ते खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और आज ही पहली सूची में करीब 35 उम्मीदवारों के नाम जारी कर सकती है। पंजाब भाजपा के सीनियर नेताओं और राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इसमें 4028 आवेदनों पर विचार कर अंतिम रूप दिया गया है।
भाजपा गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका निभाने जा रही है। भाजपा ने इस बार कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस, बैंस ब्रदर्स की लोक इंसाफ पार्टी और सुखदेव सिंह ढींडसा की अकाली दल के साथ गठबंधन किया है। बैंस बंधुओं की लोक इंसाफ पार्टी को 4 सीटें दी जा रही हैं, जबकि भाजपा 63 उम्मीदवार उतारेगी। जबकि 36 सीटें कैप्टन अमरिंदर सिंह और 14 सीटों पर अकाली दल (संयुक्त) चुनाव लड़ेगा।
इस बार बसपा के साथ गठबंधन करके चुनाव में शिअद
बता दें कि पिछले चुनाव में बीजेपी ने शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन किया था, तब भाजपा ने अकाली दल की बात मानी और छोटे भाई की भूमिका निभाई थी। इस बार भी भाजपा की तरफ से अपने पारंपरिक सहयोगी अकाली दल की ओर गठबंधन का हाथ बढ़ाया था। एक शर्त भी रखी थी, जिसमें भाजपा इस बार बड़ी भूमिका में रहेगी। इस शर्त को अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सिरे से खारिज कर दिया था। सुखबीर सिंह की पार्टी ने इस बार बसपा के साथ गठबंधन किया है।
भाजपा के पास हिंदू बहुल इलाके से सबसे ज्यादा उम्मीदवार
इसके बाद भाजपा ने दूसरी पार्टियों के साथ गठब्ंधन करने का निर्णय लिया था। अकाली दल से अलग होकर भाजपा ने अपनी स्थिति में सुधार किया है। पंजाब में भाजपा के चुनावी टिकट के लिए 4028 लोगों ने आवेदन किया। सबसे ज्यादा आवेदन पंजाब के हिंदू बहुल क्षेत्र के दोआबा, माझा, पुअर और शहरी इलाकों से आए। सबसे कम आवेदन बठिंडा से मिले। जालंधर, लुधियाना, अमृतसर, पटियाला, होशियारपुर, पठानकोट, मोहाली के शहरी इलाकों से भी भाजपा में टिकट चाहने वाली की संख्या काफी अधिक है।
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