
चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Elections 2022) से पहले कांग्रेस (Congress) और आम आदमी पार्टी (Aap) के दमखम के साथ मैदान में उतरने के बाद अब कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) भी एक्टिव हो गए हैं। कैप्टन ने हाल ही में नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस (Punjab Lok Congress) बनाई है। अब वे चुनावी तैयारियों के बीच भाजपा नेताओं (BJP Leaders) के साथ बैठकें तेज कर रहे हैं। सोमवार को कैप्टन ने चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Haryana CM Manohar Lal khattar) से मुलाकात की।
कांग्रेस (Congress) से अलग होने के बाद कैप्टन लगातार गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने और अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। सोमवार को उन्होंने सीएम खट्टर (ML Khattar) से उनके आवास पर मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा है कि ये शिष्टाचार भेंट थी। उन्होंने कहा- ‘सदस्यता अभियान काफी अच्छा चल रहा है। इंतजार कीजिए हमारा गठबंधन ही पंजाब में सरकार बनाएगा।’ सिंह ने कहा- ‘मनोहर लाल खट्टर के साथ मुलाकात में किसी राजनीतिक बात पर चर्चा नहीं हुई, लेकिन मेरी कोशिश बीजेपी के साथ सीट शेयरिंग कर चुनाव लड़ने की है। मैं दिल्ली जाकर सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बीजेपी हाईकमान से बात करूंगा।’इससे पहले अमरिंदर ने कहा था कि अगर किसान आंदोलन का मुद्दा हल हो जाता है तो वह बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहते हैं। चूंकि बीजेपी तीन कृषि कानून वापस ले चुकी है इसलिए अमरिंदर और बीजेपी के बीच नजदीकी बढ़ना तय माना जा रहा है।
सीट शेयरिंग पर तस्वीर साफ होना बाकी
कैप्टन ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने बीजेपी के साथ सीट शेयरिंग का विकल्प खुला रखा है। इस विकल्प के तहत दोनों पार्टी कैसे चुनाव लड़ेंगी, इस पर ज्यादा जानकारी सामने आना बाकी है। इससे पहले कैप्टन ने घोषणा की थी कि वह 2022 के विधानसभा चुनाव में पटियाला सीट से मैदान में उतरेंगे। उन्होंने अपने फेसबुक पेज ‘पंजाब दा कैप्टन’ पर लिखा था- ‘मैं पटियाला से ही चुनाव लड़ूंगा। पटियाला पिछले 400 साल से हमारे साथ रहा है। मैं इसे (नवजोत) सिद्धू का नहीं होने दूंगा।’
पाटियाला सीट कैप्टन की पारिवारिक गढ़
पटियाला विधानसभा सीट पूर्व मुख्यमंत्री का पारिवारिक गढ़ रही है। उन्होंने चार बार 2002, 2007, 2012 और 2017 में इस सीट पर जीत हासिल की थी। अमरिंदर ने 2014 में अमृतसर लोकसभा सीट से जीत हासिल करने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उनकी पत्नी परनीत कौर ने पटियाला से चुनाव लड़ा और तीन साल तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया। अमरिंदर ने अप्रैल में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू को पटियाला से चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी और कहा था कि सिद्धू की जमानत जब्त हो जाएगी। उन्होंने सिद्धू के साथ सत्ता संघर्ष के बीच सितंबर में पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया था।
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