11000 वोल्टेज के बिजली तारों से चिपके पिता को बचाने की कोशिश में बेटा भी अपनी जिंदगी गंवा बैठा। दिल दहलाने वाला यह मंजर पंजाब के संगरूर में देखने को मिला। कच्चे घर की दीवार पर पलस्तर चढ़वाने से पहले पिता उसे पानी से गीला करने छत पर गया था। इसी बीच वो करंट की चपेट में आ गया था। बेटे को यह ध्यान नहीं रहा कि करंट उसे भी लग सकता है और उसने पिता को पकड़कर खींचना चाहा था।
संगरूर, पंजाब. करंट लगने से यहां पिता-बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। दिल दहलाने वाला यह मंजर पंजाब के संगरूर में देखने को मिला। कच्चे घर की दीवार पर पलस्तर चढ़वाने से पहले पिता उसे पानी से गीला करने छत पर गया था। इसी बीच वो करंट की चपेट में आ गया था। बेटे को यह ध्यान नहीं रहा कि करंट उसे भी लग सकता है और उसने पिता को पकड़कर खींचना चाहा था। बच्चन सिंह और उनके बेटे हरप्रीत सिंह की मौत के लिए बिजली विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार माना जा रहा है। कई बार शिकायतें करने के बाद भी छत के समीप से बिजली के तारों को दूर नहीं किया गया था।
लोगों के शोर मचाने पर बेटा पिता को बचाने पहुंचाने
हरिपुरा निवासी मलकीत कौर ने बताया कि घटना रविवार सुबह की है। उनके पति बच्चन सिंह छत पर चढ़कर दीवार को गीला करने गए थे, ताकि पलस्तर चढ़वाया जा सके। छत के समीप से ही 11000 वोल्टेज का तार निकला हुआ है। अचानक उनके पति उसकी चपेट में आ गए। जब लोगों ने छत से धुआं निकलते देखा, तो चिल्लाए। यह देखकर बेटा भागा-भाग छत पहुंचा। उसने बगैर सोचे पिता को पकड़कर खींचना चाहा, लेकिन दोनों करंट से चिपककर रह गए।
आम तोड़ने चढ़ा था बच्चा और फिर...
यह दिल दहलाने वाली घटना झारखंड के गिरडीह जिले के जमुआ की है। आम तोड़ने के बाद बच्चा पेड़ से नीचे उतर रहा था कि वहां से गुजरे हाईवोल्टेज तारों की की चपेट में आ गया। करंट लगते ही बच्चा वहीं मर गया और उसकी लाश पेड़ पर झूलती रह गई। घटना बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के जयनगर की है। बच्चा चेकडैम पर नहाने गया था।
आम देखकर नहाना छोड़कर पेड़ पर चढ़ गया था...
11 साल का करण महतो मंगलवार की दोपहर करीब 12 बजे चेकडैम पर नहाने गया था। झारखंड पब्लिक स्कूल में तीसरी कक्षा का छात्र करण जब नहा रहा था, तभी समीप लगे आम के पेड़ पर लटकते आम को देखकर उसका मन ललचा गया। जयनगर निवासी समर महतो ने बताया कि उसका बेटा करण अपने एक दोस्त के साथ नहाने गया था। जैसा कि उसके दोस्त ने बताया..करण आम देखकर पेड़ पर चढ़ गया था। लेकिन आम तोड़कर जैसे ही वो नीचे उतरने को हुआ, समीप से गुजरते हाईवोल्टेज बिजली के तारों की चपेट में आ गया। बच्चे ने करंट से वहीं दम तोड़ दिया। लाश पेड़ पर ही लटकी रही।
बेटे की मौत से पिता को लगा सदमा..
घटना की जानकारी लगने पर गांववाले आक्रोशित हो उठे। वे इसके लिए बिजली विभाग के अफसरों को दोषी मान रहे थे। बाद में पुलिस और पंचायत के मुखिया साधु हाजरा बिजली विभाग के दफ्तर पहुंचे। इसके बाद थानेदार संदीप बाघवार ने पारिवारिक लाभ योजना के तहत बच्चे के परिजनों को मुआवजा दिलाया। इस बीच जेबीवीएनएल के धनबाद एरिया के जीएम प्रतोष कुमार ने माना कि यह मेंटेनेंस में खामी का परिणाम है। बेटे की मौत से पिता को गहरा सदमा लगा। उन्होंने कहा कि वे चेकडैम पर जाने से बेटे को अकसर रोकते थे।