रशिया व यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। कीव शहर में एक और भारतीय छात्र को गोली लग गई है। घायल हुए युवक का नाम हरजोत सिंह हैं और वह मूल रुप से पंजाब का रहने वाला है।
चंडीगढ़. यूक्रेन में रूस (russia ukraine war ) की भारी बमबारी जा रही है। दोनों देशों के बीच युद्ध चल रहा है। रशिया व यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग में वहां फंसे भारतीय विद्यार्थी सुरक्षित नहीं हैं। इसी संग्राम के बीच एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। कीव शहर में एक और भारतीय छात्र को गोली लग गई है। घायल हुए युवक का नाम हरजोत सिंह हैं और वह मूल रुप से पंजाब का रहने वाला है। उसे आनन-फानन में कीव शहर के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। इस बात की जानकारी केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल ने दी है।
ऐसे भारतीय स्टूडेंट को लगी गोली
जानकारी में सामने आया है कि शुक्रवार सुबह हरजोत सिंह कार से यूक्रेन के वेस्टर्न बॉर्डर की तरफ जा रहा था। ताकि भारत वापसी कर सके। इसी दौरान ल्वीव सिटी के रास्ते में उसे गोली लग गई और वह घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने एक एंबुलेंस की मदद से उसे कीव सिटी के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। लेकिन अस्पताल से हरजोत ने भारत सरकार को ट्वीट करके मदद मांगी है।
हरजोत को एक नहीं कई गोलियां लगीं...
बता दें कि हरजोत को एक नहीं कई सारी गोलियां लगी हैं। खुद हरजोत ने बताया कि उसके कंधे और सीने में गोली लगी है और पैर भी फ्रैक्चर हो गया है। हरजोत ने कहा कि वह अपने दोस्तों के साथ कार में था और बॉर्डर पर पहुंचने की कोशिश कर रहा था। तभी गोलीबारी हुई और यह हो गया। गोली लगने के बाद मैं सड़क पर गिर गया और बेसुध हो गया। जब होश आया तो मैं अस्पताल में था।
गोली लगने के बाद भारीतय छात्र ने की सरकार से अपील
हरजोत ने भारतीय दूतावास से मदद की अपील की है। हरजोत ने भारत सरकार को लिखा है कि वह यूक्रेन में फंस गया है। वह ल्वीव सिटी की तरफ जा रहा था कि रास्ते में ही उस पर हमला हो गया। उसे गोली लगी। एक एंबुलेंस उसे कीव के अस्पताल में लेकर आई है। वह भारतीय दूतावास से 20 मिनट की दूरी पर है। उसे यहां से बाहर निकालने में मदद की जाए।
केंद्रीय मिनिस्टर ने पोलेंड से दी यह खबर
वहीं इस पूरे मामले की जानकारी पोलैंड में मौजूद केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वी. के. सिंह ने देते हुए कहा आज ख़बर मिली कि कीव से आ रहे एक छात्र को गोली लग गई और उसे बीच रास्ते से ही वापस कीव ले जाया गया। हम कम से कम नुकसान में ज़्यादा से ज़्यादा बच्चों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।