दरअसल, धौलपुर का रहने वाला 17 साल का सेवाराम को डॉक्टरों ने ब्रेनडेड घोषित कर दिया। इसके बाद उसके माता-पिता ने बेटे की दोनों किडनियां, हार्ट, लिवर और लंग्स डोनेट कर दिए। इस तरह वह अपनी जग तो हार गया, लेकिन 5 लोगों की जिदंगी सवारते हुए उनको जीवनदान दे गया।
धौलपुर (राजस्थान). इंसानी हाड़-मांस का शरीर जलकर राख हो जाता है, जिसका दूसरा कोई उपयोग ही नहीं। लेकिन जाते-जाते कोई इन अंगों को दान कर जाए तो इससे बड़ा और कोई परोपकार नहीं है। ऐसी ही एक दिल को छू लेने वाली कहानी राजस्थान के धौलपुर से सामने आई है, जहां एक 17 साल का लड़का मरकर भी कई चेहरों पर मुस्कान बिखेर गया। वह अपनी जग तो हार गया, लेकिन 5 लोगों की जिदंगी सवारते हुए उनको जीवनदान दे गया।
किसी को किड़नी तो किसी को दिया हार्ट
दरअसल, धौलपुर का रहने वाला 17 साल का सेवाराम को डॉक्टरों ने ब्रेनडेड घोषित कर दिया। इसके बाद उसके माता-पिता ने बेटे की दोनों किडनियां, हार्ट, लिवर और लंग्स डोनेट कर दिए। किडनी और हार्ट जयपुर के SMS अस्पताल को दिए तो वहीं लिवर महात्मा गांधी को दिए गए। जबकि लंग्स को किम्स हॉस्पिटल हैदराबाद के मरीजों को ट्रांसप्लांट किया।
हादसे ने ली मासूम बेटे की जान
बता दें कि सेवाराम 22 फरवरी को अपने चचेरे भाइयों के साथ रात को दुकान बंद करके बाइक से घर लौट रहा था। इसी दौरान अचानक उसकी बाइक का संतुलन बिगड़ गया और वह गिर गए, जहां सेवाराम के हेलमेट नहीं पहन होने से सिर में गंभीर चोट आई। परिजनों ने उसे फौरन ग्वालियर के एक अस्पताल में भर्ती करवाया। लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं दिखा तो उसे जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में रेफर किया गया। लेकिन यहां भी कोई सुधार नहीं हुआ और दो दिन पहले डॉक्टरों ने उसे ब्रेनडेड घोषित कर दिया।
परिजनों को समझाते हुए सफल ट्रांसप्लांट किया
सेवाराम के ब्रेनडेड घोषित करने के बाद डॉक्टरों ने उसके परिजनों को बेटे के अंग दान करने के लिए कहा, लेकिन वह पहले तैयार नहीं हुई। फिर किसी तरह डॉक्टरों ने उनको समझाया और कहा कि आपका बेटा तो नहीं रहा, लेकिन उसकी वजह से किसी और का बेटा बच सकता है। परिजन अंगदान करने के लिए तैयार हो गए। जिसके बाद रविवार रात को डॉक्टरों की टीम ने अंगों का सफल ट्रांसप्लांट किया। जिसकी जहां जरुरत थी वहां विमान से भिजवाए गए।
मुख्यमंत्री ने भी परिजन और डॉक्टरों की तारीफ
जब सेवाराम के परिजनों के अंगदान करने के फैसले की जानकारी राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पता चलती तो उन्होंने माता-पिता की तारीफ की। उन्होंने ट्टीट कर लिखा ''धौलपुर के स्व. सेवाराम के परिजनों द्वारा उनके ऑर्गन डोनेट करने के महत्वपूर्ण निर्णय हेतु आभार व्यक्त करता हूँ, अंगदान के इस पुनीत कार्य से 5 लोगों का जीवन बचाया जा सका है। इसके अलावा सीएम ने डॉक्टरों को भी धन्यवाद देते हुए कहा ''हृदय एवं किडनियों के सफल प्रत्यारोपण के लिए एसएमएस हॉस्पिटल जयपुर के डॉक्टर्स की टीम को बधाई, लिवर को ट्रांसप्लांट के लिए महात्मा गांधी अस्पताल, जयपुर एवं लंग्स को हैदराबाद भेजा गया।''