राजस्थान सरकार ने राज्य के तीन बड़े शहरों जयपुर, जोधपुर और कोटा के स्थानीय निकाय ढांचे में बदलाव करने का फैसला किया है। इसके तहत इन शहरों के मौजूदा नगर निगमों को दो-दो हिस्सों में बांट दिया गया है। अब वहां दो-दो नगर निगम और दो-दो महापौर होंगे।
जयपुर(Rajasthan). राजस्थान सरकार ने राज्य के तीन बड़े शहरों जयपुर, जोधपुर और कोटा के स्थानीय निकाय ढांचे में बदलाव करने का फैसला किया है। इसके तहत इन शहरों के मौजूदा नगर निगमों को दो-दो हिस्सों में बांट दिया गया है। अब वहां दो-दो नगर निगम और दो-दो महापौर होंगे।
स्वायत्त शासन मंत्री शांतिलाल धारीवाल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जनता की सुविधा को देखते हुए यह फैसला किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज जारी दो अधिसूचनाओं के द्वारा 10 लाख से अधिक आबादी वाले जयपुर, जोधपुर और कोटा नगर निगमों को दो-दो भाग में विभाजित करके उनका पुनर्गठन किया गया है। अगस्त 2019 में उक्त शहरों के वार्डों के सीमांकन की अधिसूचना को रद्द किया गया है।’’
इस तरह से बांटा जाएगा नगर निगम
इन नवगठित नगर निगमों के वार्डों की संख्या फिर से तय की जाएगी और पुनर्सीमांकन का काम होगा। सरकारी अधिसूचना के अनुसार, जयपुर नगर निगम को दो निगमों जयपुर हेरीटेज और ग्रेटर जयपुर में बांटा गया है। इनमें क्रमश: 100 और 150 वार्ड होंगे। वहीं जोधपुर नगर निगम को जोधपुर उत्तर और जोधपुर दक्षिण नगर निगम में बांटा गया है, जिनमें 80-80 वार्ड होंगे। कोटा नगर निगम को कोटा उत्तर और कोटा दक्षिण नगर निगम में बांटा गया है, जिनमें क्रमश: 70 व 80 वार्ड होंगे।
धारीवाल ने कहा कि नवगठित नगर निगमों के वार्डों के सीमांकन परिसीमन का काम दो तीन महीने में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद यहां निकाय चुनाव की प्रक्रिया छह महीने के भीतर पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि जयपुर, जोधपुर और कोटा के वर्तमान नगर निगमों का कार्यकाल नवंबर में समाप्त हो रहा है, जिसके बाद नये चुनाव होने तक अंतिरम प्रशासनिक व्यवस्था राज्य सरकार करेगी। उल्लेखनीय है कि राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव नवंबर में होने हैं।
[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है]