आईएएस और अलवर के पूर्व जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया और आरएएस अशोक सांखला को अशोक गहलोत सरकार ने निलंबित कर दिया है। दोनो तीन दिन पहले एक बड़े घूस कांड में पकड़े गए थे।
जयपुर. एक फर्म से 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते एसीबी की गिरफ्त में आए आईएएस अधिकारी नन्नू मल पहाड़िया और आरएएस अधिकारी अशोक सांखला को राज्य सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। दोनों अधिकारियों के 48 घंटे से ज्यादा पुलिस अभिरक्षा में होने के चलते सरकार ने दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया है और निलंबन के दौरान दोनों को अपनी हाजिरी प्रमुख शासन सचिव कार्मिक विभाग जयपुर के यहां देनी होगी।
14 दिन की न्यायिक हिरासत में कलेक्टर साहब
गौरतलब है कि एसीबी ने दोनों अधिकारियों को शनिवार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था जिस पर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था और कोर्ट से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। आईएएस नन्नू मल पहाड़िया आरएएस अधिकारी अशोक सांखला और एक दलाल तीनों को अलवर सेंट्रल जेल भेजा गया है। बता दे कि 5 लाख की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुए अलवर के पूर्व कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया के घर की तलाशी में महंगी शराब की बोतलें भी मिली थी जिनकी कीमत करीब 1 लाख रुपए बताई जा रही है।
कलेक्टर ने ऐसे की थी घूस की डील
बता दें कि अलवर की एक कंपनी से कलेक्टर ने एक कंस्ट्रक्शन कंपनी से 16 लाख रुपए की रिश्वत डिमांड। जिसमें से एक किश्त 5 लाख रुपए के लेन देन किया जा रहा था। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि एक एजेंट के जरिए अफसर हर महीने मंथली कमीशन घूस भी मांग रहे थे। ताकि कंपनी से जुड़े हुए जो भी सरकारी कार्य हो उसे सही समय पर और बिना किसी रोक-टोक के पूरे किए जा सके।
4 महीने से 16 लाख रुपए मांग कर रहे थे
कंपनी जेसीबी के डीजी बी एल सोनी ने एसीबी को जानकारी देते हुए बताया कि हमारी कंस्ट्रक्शन कंपनी से आईएएस नन्नू मल पहाड़ी जिलें के कलेक्टर और आरएएस अशोक सांखला सेटलमेंट में रेवेन्यू अधिकारी हैं और इन दोनों के लिए काम करने वाला नितिन ये तीनों मिलकर 4 महीने से 16 लाख रुपए मांग कर रहे थे और रिश्वत जल्दी से जल्दी देने के लिए लगातार कंस्ट्रक्शन कंपनी पर दबाव बना रहे थे।