राजस्थान के अलवर में 29 जुलाई राखी के 13 दिन पहले राखी करोबारी की हत्या मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है। उनके पास से हथियार जिंदा कारतूस व हमले में उपयोग की स्कारपियों भी बरामद कर ली है। जांच के लिए SIT का गठन किया गया था....
अलवर.राजस्थान के अलवर जिलें के थाना कोतवाली क्षेत्र के प्रताप बास निवासी राखी व्यवसायी घनश्याम सैनी की 29 जुलाई के दिन हुए हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मर्डर में शामिल तीन आरोपियों बलजीत सिंह (25) निवासी टिहली थाना तिजारा, अशोक उर्फ झुन्नू मीणा (28) निवासी थाना मुण्डावर एवं विशाल सिंह (19) निवासी लादिया मोहल्ला थाना कोतवाली अलवर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने एक्सटोर्शन मनी मांगने के लिए धमका रहे थे, नहीं देने पर मर्डर की वारदात को अंजाम दिया।
रोज की तरह घर से निकले, शाम को मिली लाश
मामले की जांच कर रही अलवर एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि रोजाना की तरह 29 जुलाई की सुबह घर से दुकान स्कूटी लेकर निकले प्रताप बास निवासी 63 वर्षीय व्यवसायी घनश्याम सैनी की लाश तिजारा के नौरंगाबाद क्षेत्र में मिली। उनके दोनों पैरों में गोलियां लगी हुई। तलाश कर रहे परिजन उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। रात को मृतक के बेटे अनिल कुमार ने अज्ञात के विरुद्ध अपहरण कर हत्या करने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। जिस पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।
आरोपियों को पकड़ने के लिए SIT की टीम बनाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी गौतम ने घटना के खुलासे एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह के नेतृत्व में सीओ उत्तर आदित्य पूनिया, थानाधिकारी सदर राजेश शर्मा, थानाधिकारी अरावली विहार जहीर अब्बास एवं कार्यवाहक थानाधिकारी कोतवाली रामकिशन को सम्मिलित कर एक एसआईटी का गठन किया। गठित टीम द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले एवं तकनीकी आधार एवं सूचना के माध्यम से वारदात में सम्मिलित बदमाशों की तलाश की।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पकड़ाए
सीसीटीवी फुटेज में घर से स्कूटी पर निकले मृतक घनश्याम सैनी का पीछा एक बाइक और एक स्कॉर्पियो द्वारा करना तथा बाद में उस स्कॉर्पियो से मृतक घनश्याम सैनी को अगवा कर ले जाना पाया गया। अनुसंधान को आगे बढ़ाते हुए टीम ने सर्वप्रथम आरोपी बलजीत उर्फ बल्ली को गांव लूलवाड़ी पलवल हरियाणा से दस्तयाब किया। उसके बाद अशोक उर्फ झुन्नू को गांव वीरनवास के पास से तथा अभियुक्त विशाल राजपूत को दस्तयाब कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त बलजीत की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो गाड़ी तथा एक पिस्टल व दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
पैसे के लिए किया था किडनैप
गिरफ्तारआरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि बलजीत उर्फ बल्ली पपला गैंग का सदस्य है। इस नाते विरोधी चीकू गैंग से उनकी रंजिश चल रही है। मृतक घनश्याम ने चीकू गैंग की आर्थिक रूप से मदद की थी, जिसे लेकर उनकी मृतक से रंजिश थी। घनश्याम सैनी अन्य कारोबार के साथ सट्टे का काम भी करता था। जिसे डरा धमका कर बड़ी रकम वसूल करने की योजना लादिया मोहल्ला थाना कोतवाली निवासी अप्पू उर्फ राजा सोलंकी ने बनाई। इसके लिए उसने बलजीत उर्फ बल्ली से संपर्क किया। घटना की सुबह बलजीत अपने साथी अशोक के साथ स्कॉर्पियो से बर्फ खाना रोड अलवर पहुंचा। जहां उसे अप्पू उर्फ राजा और उसके साथी अमित सोनी एवं मोंटी सैनी मिले। घटना से 1 दिन पहले रैकी कर ली गई थी। वारदात के दिन जब मृतक घनश्याम नाई की दुकान पर बैठा था, उस समय विशाल सिंह को भेजकर रैकी करवाई गई। नाई की दुकान से निकलने के बाद मृतक घनश्याम को मोंटी सैनी ने रुकवाया ओर स्कार्पियो में बैठे बलजीत, अमित ओर अशोक के पास भेजा। तीनों ने घनश्याम सैनी को गाड़ी में बैठाया। मोंटी सैनी घनश्याम की स्कूटी एवं अप्पू उर्फ राजा एक मोटरसाइकिल पर रवाना हुए। बाद में दोनों ने अपनी गाड़ी किसी स्थान पर खड़ी कर स्कॉर्पियो में सवार हो गए। उसके बाद पांचो घनश्याम सैनी को लेकर गांव जरौली के जंगल में पहुंचे। जहां घनश्याम सैनी को छोड़ने की एवज में 10 करोड़ की मांग की और राशि कम करते-करते 40 लाख तक लेने के लिए डराया धमकाया और डंडों से मारपीट की।
मना करने पर भी करते रहे मारपीट, निकल गई जान
घनश्याम के मना करने के बाद भी आरोपियों के हाथ नहीं रुके और मृतक की पीट-पीटकर हत्या कर दी, इसके बाद लाश नौरंगाबाद मोड थाना तिजारा के पास पटक दी। वारदात को एक्सीडेंट का रूप देने के लिये बलजीत ने मृतक के मोबाइल से 108 नंबर पर कॉल कर किसी अज्ञात व्यक्ति के पड़े होने की सूचना भी दी। मामले में शामिल अन्य बचे आरोपी अप्पू उर्फ राजा सोलंकी, अमित सोनी व मोंटी सैनी की पुलिस तलाश करने में लगी हुई है।