अलवर जिले में 16 साल की मूकबधिर नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप केस अब तूल पकड़ता दिख रहा है। जिसके चलते अशोक गहलोत सरकार मुश्किल में पड़ती दिख रही है। क्योंकि इस पूरे मामले पर अब राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने संज्ञान लिया है।
अलवर. 11 जनवरी को अलवर जिले में 16 साल की मूकबधिर नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप केस अब तूल पकड़ता दिख रहा है। जिसके चलते अशोक गहलोत सरकार मुश्किल में पड़ती दिख रही है। क्योंकि इस पूरे मामले पर अब राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने संज्ञान लिया और 24 जनवरी तक राजस्थान के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है।
आयोग ने सरकार के मुख्य सचिव को जारी किया नोटिस
दरअसल, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने अलवर जिले में हुई हैवानियत वाली घटना में शनिवार को राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव नोटिस जारी कर कुछ सवाल भी पूछे हैं। जिनका जवाब देने के लिए 24 जनवरी तारीख तय की गई है, इसी दिन पूरे मामले पर रिपोर्ट पेश करने को भी कहा है।
राज्य सरकार से पूछे गए ऐसे सवाल?
इस पूरे मामले पर आयोग ने कुछ सवाल भी पूछें हैं। जैसे- घटना के आरोपी गिरफ्तार हुए है या नहीं ? हुए हैं तो किन धाराओं में उनकी गिरफ्तारी हुई है। वहीं यदि नहीं हुए हैं तो अब उन्हें गिरफ्तार करने के लिए क्या कदम उठाया जा रहा है ? ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रदेश सरकार क्या कदम उठाने जा रही है, जिससे आने वाले दिनों में प्रदेश में ऐसी घिनौनी वारदातें ना हों।?
अलवर रेप केस बना राष्ट्रीय मुद्दा
वहीं इस पूरे मामले को लेकर प्रदेश में सियासत भी गरमा गई है। विपक्ष इस घटना के बाद से राज्य सरकार को घरने में लगा हुआ है और पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठ रहा है। इतना ही नहीं भाजपा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कई तरह के आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए। अब तो यह मामला राष्टीय मुद्दा बन गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक वीडियो में आरोप लगाया है कि राजस्थान पुलिस और राज्य सरकार मामले को छिपाने में लगी है। वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जैसे ही भाजपा नेताओं को इस क्रूर घटना के बारे में पता चला, वे प्रियंका गांधी से मिलने के लिए दौड़ पड़े।
प्रियंका गांधी ने सीएम गहलोत से ली पूरी जानकारी
इस घटना पर राजस्थान को घिरता देख कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिजन से बात कर हर तरह से मदद करने का भरोजा दिलाया है। साथ ही प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूरे मामले की जानकारी ली है। मुख्यमंत्री से भी घटना के बारे में जानकारी लेने के साथ पीड़िता के इलाज, परिवार के ख़्याल और दोषियों पर त्वरित कार्यवाही का आग्रह किया है।
दिल्ली की निर्भया जैसी हुई हैवानियत
बता दें कि यह घटना अलवर जिले के मालाखेड़ा थाना इलाके की है, जहां मंगलवार को दरिंदों ने मूकबधिर और मानसिक रूप से कमजोर 15 साल की नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप किया। इसके बाद नुकीली चीज से प्राइवेट पार्ट पर इतने जख्म दिए कि बच्ची खून से लहुलुहान हो गई। इतना ही नहीं, जिस सड़क पर उसे फेंक कर गए, वहां भी आसपास खून बिखरा पड़ा था। वो यहां करीब एक घंटे तक दर्द से तड़पती रही। खून बहने से सड़क लाल हो गई थी। बाद में राहगीरों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी और अस्पताल में भर्ती कराया। यह हैवानियत की घटना एकदम दिल्ली की निर्भया जैसी थी।