राजस्थान में विद्यालयीन सेशन के दौरान हुए शिक्षक ट्रांसफर का लगातार विरोध किया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश के बारां जिलें में तो 2 सितंबर के दिन विरोध करते हुए स्कूल स्टुडेंट ने पूरा हाईवे ही जाम कर दिया। और नारे लगाते हुए मांग पूरी करने का बोलने लगे।
बारां. राजस्थान में पिछले चौबीस घंटों में अलग अलग जिलों में शिक्षकों के ट्रांसफर का विरोध हुआ है। कहीं विरोध मे स्कूल को बच्चों ने लॉक कर दिया है तो कहीं सड़कों पर बच्चों के परिजन बैठ गए हैं। लेकिन उधर बांरा जिले में तो तगड़ा ही बवाल हुआ है। वहां पर स्कूल के बच्चों ने हाइवे रोक दिया। बच्चों ने हाइवे की दोनो ही लेन को ब्लॉक कर दिया और सड़क पर ही धरने पर बैठे गए। सरकारी स्कूल के इन बच्चों को हटाने के लिए उनके प्रिसिंपल, शिक्षक, अभिभावक और पुलिस वाले कोशिश करते रहे लेकिन बच्चे हटने को तैयार ही नहीं हुए। उधर इस कारण दोनो ओर वाहनों की कतारें लग गई। बांरा जिले के अंता थाना क्षेत्र का यह पूरा मामला है।
यह है पूरा मामला
दरअसल अंता थाना इलाके में स्थित राजकीय विद्यालय बडवा गांव में पढ़ने वाले बच्चों ने आज सवेरे अंता क्षेत्र के डेरु माता मंदिर के नजदीक फोरलेन हाइवे पर जाम लगा दिया। कक्षा आठ से कक्षा बारह तक के बच्चों की मांग थी कि उनके स्कूल से ट्रांसफर किए गए शिक्षक को वापस इसी स्कूल में भेजा जाए और साथ ही स्कूल के बाहर गंदी नाली को सही किया जाए। नाले की समस्या और अध्यापक के वापस तबादले को लेकर बच्चों ने रास्ता जाम कर दिया। उनके शिक्षकों ने जाम हटाने के लिए उन्हें सख्ती से कहा लेकिन फिर भी वे नहीं माने और घंटो तक हाइवे पर बैठे ही रहे। पुलिस ने भी समझाया और उचित स्तर पर जाकर कार्रवाई करने की बात की।
विरोध के कारण लगा जाम
दो से तीन घंटे तक लगातार जाम के चलते हाइवे पर हालात खराब होते रहे। बस चालकों ने हार्न बजाना शुरु किया तो बच्चों ने कहा कि चाहे उपर से बस ले जाओ लेकिन आज नहीं हटेंगे। उल्लेखनीय है कि बांरा जिले के अलावा दौसा जिले में, झुझुनूं जिले में और भीलवाड़ा जिले में आज ये बवाल हुआ। अलग अलग तरह से विरोध प्रदर्शन किए जाते रहे।