बुधवार सुबह राजस्थान के बाड़मेर जिले में जोधपुर हाइवे पर बस और ट्रेलर के बीच जबरदस्त भिड़ंत हुई। जिसमें चंद पलों में 12 जिंदगियां जलकर खाक हो गईं। वहीं 38 लोग गंभीर रुप से घायल हो गए।
बाड़मेर (राजस्थान). बुधवार सुबह राजस्थान (Rajasthan) के बाड़मेर (Badmer) जिले में जोधपुर हाइवे (jodhpur highway) पर बस और ट्रेलर के बीच जबरदस्त भिड़ंत हुई। जिसमें चंद पलों में 12 जिंदगियां जलकर खाक हो गईं। वहीं 38 लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। जिसने भी यह भयावह मंजर देखा उसके रोंगटे खड़े हो गए। इसी हादसे की एक दर्दनाक कहानी सामने आई है, जहां एक 5 माह की मासूम बच्ची की मां के सामने जिंद जल गई। बेबस मां चीखने-चिल्लाने के अलावा कुछ नहीं कर सकी। वो चाहकर भी अपनी फूल सी बेटिया को बचा नहीं पाई।
घर से निकलते हो गया दर्दनाक हादसा
दरअसल, सखी नाम की महिला बुधवार सुबह बालोतरा अपने ससुराल से जोधपुर मायके जाने के लिए बस में सवार हुई थी। उसने बताया कि उसका मन जोधपुर जाने का नहीं था। लेकिन फिर भी मन मारकर बस में बैठ गई। बस इतनी ज्यादा भरी हुई थी, कि बैठने की लिए जगह ही नहीं थी। किसी तरह एक सीट मिली और में उस पर बैठ गई।
सब चीख रहे थे..लेकिन कोई बचाने वाला नहीं था
महिला ने बताया कि मैरे बैठने के बाद बस करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर भांडियावास के पास पहुंची हुई थी। इसी दौरान सामने से आ रहे ट्रेलर ने टक्कर मार दी। देखते ही देखते बस में आग लग गई, सभी लोग इधर-उधर भागने लगे। कई सावरियां तो बस में ही गिर गईं तो कुछ नीचे पड़ी थीं। लोग निकल नहीं पा रहे थे, सब चीख रहे थे..लेकिन कोई बचाने वाला नहीं था।
मां की आंखों के सामने जिंदा जल गई मासूम
बस में लगी भीषण आग को देखते हुए मैंने खिड़की का कांच तोड़ा और बाहर खड़े लोगों को एक साल की बेटी दी। जिसके बाद कुछ सामान फेंका। इतने में देखा तो मेरी 5 माह की बच्ची गायब थी। में उसे इधर-उधर देखती रही। फिर देखा तो वह मेरी आंखों के सामने जिंदा जल गई। लोग इस घटना का वीडियो बनाते रहे, लेकिन कोई उसे बचाने नहीं गया। में चीखती रही भैया उसको बचा लो वह मर जाएगी। लेकिन कोई आगे नहीं बढ़ा..फिर उसकी सांसे थम गईं।
चश्मदीद ने बताई हादसे की पूरी कहानी
हादसे के एक चश्मदीद ने बताया कि जिस वक्त यह एक्सीडेंट हुआ वो बस में सफर कर रहा था। युवक ने बताया कि सुबह करीब साढ़े दस बजे बस बालोतरा से जोधपुर की तरफ जा रही थी। जिसमें करीब 45 के आसपास सवारियां बैठी हुई थीं। बस सही दिशा में जा रही थी, लेकिन सामने से ट्रेलर गलत साइड से आ रहा था जो बस से भिड़ गया। दोनों वाहनों की रफ्तार तेज थी। टक्कर होते ही बस में आग लग गई। फिर ट्रॉले को भी आग की चपेट में ले लिया। आनन-फानन में 10 से 12 सावारियां को निकाला गया, लेकिन आग इतनी तेज थी कई लोग उसमें से बाहर ही नहीं निकल सके।