बेरहम भाइयों ने बहन को कमरे में बंद रखा, न खाना दिया, न पानी, दहला देगा राजस्थान का शॉकिंग क्राइम

इस मामले में दोषी पाए जाने पर पुलिस ने मृतका के दोनों भाइयों की तलाश शुरू कर दी। विषमपाल उर्फ विजयपाल को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन, दूसरा आरोपी श्याम सुंदर लंबे समय से फरार चल रहा था। आखिरकार सवा साल बाद वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। 

Asianet News Hindi | Published : May 23, 2022 4:33 AM IST

भरतपुर : राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) जिले के लखनपुर थाना इलाके के मई गांव में एक भाई ने अपनी बहन को कमरे में बंद कर बाहर से ताला जड़ दिया। लंबे समय तक अंदर बंद बहन भूख-प्यास से बिलखती रही फिर भी बेदर्द भाई बेरहम बना रहा। आखिरकार सूखे गले और भूखे पेट बहन ने तड़प- तड़पकर दम तोड़ दिया। पिछले साल जनवरी में हुई वारदात के बाद फरार हुए आरोपी को पुलिस ने करीब डेढ़ साल बाद गिरफ्तार कर लिया है। वह उत्तरप्रदेश के आगरा के अरदाया थानाक्षेत्र के अछनेरा का रहने वाला है। उसका नाम श्याम सुंदर है। यह आरोपी लखनपुर थाने में स्थायी वारंटी और टॉप टेन बदमाशों में शामिल है। मामले में एक आरोपी पहले गिरफ्तार किया जा चुका है।

ये था मामला
पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि यूपी के मथुरा के फरह थाना के रहने वाले विषमपाल उर्फ विजयपाल ने पिछले साल 25 जनवरी को लखनपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसमें उसने मई गांव की रहने वाली बहन सावित्री की पड़ोसियों द्वारा हत्या की जाने की शिकायत देते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। मामले में पुलिस ने जांच कि तो सामने आया कि सावित्री के पति रमेश और जेठ वीरेंद्र का पड़ोसी देशराज झगड़ा हुआ था। जिसमें देशराज की मौत के बाद परिजनों ने रमेश और वीरेंद्र के परिजनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 

मानसिक विक्षिप्त थी सावित्री
सावित्री मानसिक विक्षिप्त थी, जिस कारण अपना भरण पोषण करने में समर्थ नहीं थी। ऐसे में हाईकोर्ट ने सावित्री के छोटे भाई और बहन श्याम सुंदर और संतन देवी को उसके साथ रहकर देखरेख करने के आदेश दिए थे। एसपी के अनुसार कोर्ट के आदेशों के बावजूद भी भाई और बहन ने उसकी सही ढंग से देखरेख नहीं की। उसे समय पर खाना तक नहीं दिया। इस बीच अपने जीजा रमेश को जेल से रिहा कराने के लिए वह हत्या के प्रकरण में पड़ोसी पर भी समझौते का दबाव बनाने लगे। राजीनामे के प्रयास में ही वे सावित्री को मकान में बंद कर ताला लगा कर चले गए। जिसके बाद भूखी-प्यासी सावित्री की 24 जनवरी 2021 को मौत हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की तो श्याम सुंदर और विजयपाल दोनों उसकी मौत के जिम्मेदार पाए गए।

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