राजस्थान के भरतपुर जिलें में हरियाणा पुलिस के साथ मारपीट करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गांववालों ने उनके ऊपर हमला करने के साथ साथ उनके वाहनों में भी तोड़फोड़ की है। सारी गलतफहमी उनके सिविल ड्रेस होने की वजह से उत्पन्न हुई।
भरतपुर. राजस्थान में हरियाणा राज्य की पुलिस के साथ मारपीट का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने न केवल पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की बल्कि उन पर पथराव किया और गाड़ी के बीच शीशे तोड़ दिए। हरियाणा पुलिस कर्मियों के सिविल ड्रेस में होने के कारण उन्हें ग्रामीण पहचान नहीं पाए और उन पर धावा बोल दिया। दरअसल हरियाणा की पलवल पुलिस भरतपुर के कामां इलाके में एक आरोपी को पकड़ने आई थी। उसी दौरान यह घटना हुई। हरियाणा पुलिस ने गांव में दबिश देने से पहले लोकल पुलिस को भी नहीं बताया था।
सिविल ड्रेस में आई पुलिस, गांववाले नहीं पहचान पाए
दरअसल हरियाणा की पलवल पुलिस से भरतपुर के कामा इलाके में जेकम नाम के आरोपी को पकड़ने के लिए नगला खुलवाना गांव गई थी। साधारण कार में जब पुलिसकर्मी वहां पहुंचे तो उन्हें देखकर ग्रामीण इकट्ठा हो गए। हथियारों से लैस जब पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों से आरोपी के बारे में पूछा तो उन्होंने पुलिसकर्मियों और उनकी गाड़ी पर दावा भी बोल दिया। पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट का यह मामला यहां ही शांत नहीं हुआ। ग्रामीणों ने पथराव भी किया। ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों से उनके मोबाइल और रुपए तक भी छीन लिए। बड़ी मुश्किल के बीच पुलिसकर्मी अपनी जान बचाकर नजदीकी धिलावटी चौकी पहुंचे। जहां उन्होंने मौजूद लोकल पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया। वहीं इसी बीच हरियाणा पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए आई थी वह मौका पाकर फरार हो गया।
राजस्थान में पुलिस कर्मियों पर मारपीट का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी राजधानी जयपुर के रामगंज में पुलिस पर पथराव किया गया था। वही सीकर के श्यामपुरा में पुलिसकर्मियों के सिर तक फोड़ दिए गए। हाल ही में कन्हैया लाल हत्याकांड के बाद हुए उपद्रव में भी दो पुलिसकर्मी चोटिल हो गए थे। हादसों का मुख्य कारण यही है कि पुलिसकर्मी कम संख्या में होते हैं जो सिविल ड्रेस में भी मौजूद रहते हैं। ऐसे में आम लोगों ने पहचान नहीं पाते हैं और ऐसी घटनाएं होती है। भरतपुर में हुए इस मामले में हरियाणा पुलिस की भी बड़ी चूक सामने आई है। क्योंकि उन्होंने दबिश देने से पहले लोकल पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी थी।