
भरतपुर(bharatpur). राजस्थान में गरीबों को ₹8 में खाना खिलाने की योजना में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। जो खाना गरीबों को मिलना चाहिए था। उसे सड़क पर सुअर चाट रहे हैं। जब इस घटना सनसनीखेज वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो अब विपक्ष ने भी इस पर धावा बोल दिया है। मामला प्रदेश के भरतपुर जिले का है। इसमें कलेक्टर द्वारा लापरवाही करना सामने आ रहा है।
इंदिरा रसोई की योजना में दिखी यह गड़बड़ी
यह घटना भरतपुर शहर के महारानी श्री जया कॉलेज के सामने संचालित इंदिरा रसोई की है। जब वीडियो वायरल हुआ तो अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और वहां जाकर जांच की सामने आया की लापरवाही कर रहीं है। इसके बाद अब तीन दिन को इंदिरा रसोई को संचालित करने वाली संस्था को जवाब देना होगा। इस पूरे मामले में भरतपुर कलेक्टर आलोक रंजन की लापरवाही सामने आई है। आलोक रंजन ने इस इंदिरा स्कूल में कैंटीन संचालित करने के लिए आदेश जारी कर दिए। जिसके बाद कैंटीन में ₹10 में चाय और समोसे भी मिलते हैं। वहीं अतिरिक्त जिला कलेक्टर का कहना है कि संस्था का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है।
विपक्ष ने खोला मोर्चा
बरहाल इस पूरे मामले में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। जिनका कहना है कि जिन बर्तनों में गरीब लोग खाना खाते हैं। उन्हें सुअर चाट रहे हैं। यह गरीब लोगों के साथ खिलवाड़ है जो किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पूरे मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी प्रदेश की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लिया है।
वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस योजना को लेकर इतने ज्यादा संवेदनशील है कि वह खुद इंदिरा रसोई में खाने की गुणवत्ता की जांच के लिए जाकर खाना खाते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कई बार अधिकारियों और मंत्रियों को भी महीने में एक बार इन रसोइयों में खाना खाने की हिदायत देते हैं।
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