राजस्थान के रहने वाले शिक्षक योगेश दाक्षिच 160 विषयों में देश विदेश के विश्वविद्यालयों की परीक्षा पास कर चुके हैं । उनकी इस उपलब्धि पर यूरोप ने विश्व रिकॉर्ड का खिताब दिया है। दो हजार से ज्यादा किताबों वाली लाईब्रेरी को पूरी तरह से 2 बार पढ़ चुके है।
भीलवाड़ा ( राजस्थान). आपने अपने जीवन में कितने विषय पढ़े होंगे.... दस, पंद्रह... या फिर बीस। शायद हमसे में अधिकतर तो इतने विषय का नाम तक नही जानते होंगे....। लेकिन राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले एक शिक्षक ने अब तक 160 विषय पढ़ लिए है, पढ़ने के साथ ही इनमें इतनी मास्टरी ले ली कि परीक्षाएं तक पास कर डाली। उन्होंने भारत के बाहर अन्य देशों के भी कई विषय पढ़ लिए और वहां की भी परीक्षाएं पास कर डाली। ये सफर अब भी लगातार जारी है। शिक्षक योगेश दाधीच चालीस साल के हैं और भीलवाड़ा जिले के रहने वाले हैं। वर्तमान में वे भीलवाड़ा जिले में राजकीय विद्यालय, पुर में पढ़ा रहे हैं।
पूरी लाईब्रेरी दो बार पढ़ ली, 2 हजार से ज्यादा पुस्तके हैं उसमें
योगेश दाधीच भीलवाड़ा जिले से हैं और वहीं पर सरकारी स्कूलों में शिक्षा ली। स्कूल से लेकर कॉलेज तक लाईब्रेरी में रखी दो हजार से ज्यादा पुस्तके दो बार पढ़ चुके हैं योगेश। बीए से परीक्षा पास कर कॉलेज टॉप करने वाले योगेश ने एमए की परीक्षा भी टॉप कर ली। उसके बाद साल 2011 से यूजी और पीजी की परीक्षा पास करने का ऐसा जूनून चढ़ा कि परीक्षाएं पास करते करते देश से ही बाहर निकल गए। यूरोप समेत कुछ अन्य देशों तक चले गए। वहां की परीक्षाएं भी पास कर ली। वे अब तक 14 विषयों में यूजी और पीजी की डिग्री ले चुके हैं।
पूरा परिवार ही शिक्षा के क्षेत्र में, पत्नी भी गोल्ड मेडलिस्ट
उनकी पत्नी पूजा भी एमए भूगोल में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उनके पिता पूर्व अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल दाधीच और माता पूर्व शिक्षिका बसन्ता दाधीच हैं। विश्व कीर्तिमान बनाने पर जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने उन्हे जून महीने में ही कलेक्ट्री में यूरोप से मिले अवार्ड से नवाजा है। अलग अलग विश्वविद्यालय स्तर की परीक्षाएं देने और उनमें सफलता हासिल करने के इस अनूठे रिकॉर्ड पर यूरोप देश ने ऑफिशियल वर्ल्ड रिकॉर्ड उन्हें दिया है।
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