राजस्थान के बीकानेर में गुरुवार को हुए दर्दनाक हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई। खाली पड़े मकान की टंकी को साफ कराने के लिए बुलाए थे मजदूर। टंकी सफाई के दौरान कर दी किसी ने मोटर चालू, करंट लगने से गई जान।
बीकानेर( bikaner). राजस्थान के बाीकानेर इलाके के गंगा शहर में गुरुवार दोपहर एक दर्दनाक हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई। दोनों एक मकान में बने पानी के टैंक की सफाई करने टैंक में उतरे थे। इसी बीच किसी ने टैंक में लगी मशीन का स्विच ऑन कर दिया। ऐसे में टैंक में मौजूद दोंनो मजदूरों की तड़पकर मौत हो गई। काफी देर तक आवाज और हलचल ना होने पर पास काम कर रहे मजदूरों ने देखा तो दोनों टैंक में पड़े थे।
मजदूरों ने इसकी सूचना पुलिस और आसपास के लोगों को दी। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से दोनों के शव को बाहर निकाला। बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया है।
मामले की जांच कर रही स्थानीय पुलिस ने बताया कि मकान गंगाशहर के बिजनेसमैन इंद्रचंद छलाणी का था। जो पिछले काफी समय से बंद था। मकान मालिक परिवार के साथ दूसरे जगह रहते थे। टैंक में हुई गंदगी के चलते उन्होंने राजेंद्र कॉलोनी के रहने वाले जगदीश विश्नोई और रामेश्वर को 600 रुपए मजदूरी देकर बुलाया था। हादसे में मृत जगदीश विश्नोई नोखा के मुडसर और रामेश्वर बीकानेर के ही बिंजरवाली गांव का रहने वाला है। जिस मकान में दोनों मजदूर काम कर रहे थे, वह पिछले काफी समय से बंद पड़ा था। इस वजह से मकान मालिक ने टैंक की सफाई के लिए मजदूरों को बुलाया। टैंक में करीब 2 फुट तक पानी था। दोनों जब पानी में उतरे तो किसी ने मशीन का बटन चालू कर दिया। पानी में करंट फैल गया और दोनों मौत हो गई। करंट लगने के कारण मृतक कोई आवाज नहीं निकाल पाए और वहां साथ आए किसी भी अन्य मजदूरों को घटना की भनक तक नहीं लगी। जब काफी समय तक वो बाहर नहीं आए तब बाकी लोगों ने देखा।
घटना के बाद इस मामले में मकान मालिक इंद्रचंद का कहना है कि जिस दौरान यह हादसा हुआ वह मौके पर नही थे।